टाटा संस के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल पहुंचे साइरस मिस्त्री, याचिका पर सुनवाई 22 दिसंबर को
टाटा ग्रुप की 6 कंपनियों के बोर्ड से इस्तीफा देने के ठीक एक दिन बाद साइरस मिस्त्री ने मंगलवार को टाटा संस के खिलाफ कानूनी लड़ाई का रास्ता चुना है।
नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की 6 कंपनियों के बोर्ड से इस्तीफा देने के ठीक एक दिन बाद साइरस मिस्त्री ने मंगलवार को टाटा संस के खिलाफ कानूनी लड़ाई का रास्ता चुना है। सूत्रों के मुताबिक मिस्त्री के परिवार के नियंत्रण वाले निवेश फर्मों ने टाटा संस के खिलाफ मुंबई स्थित राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) का दरवाजा खटखटाया है। इस फर्म ने कंपनी अधिनियम की धारा 241 के तहत उत्पीड़न और टाटा संस के कुप्रबंधन के खिलाफ याचिका दायर की है।
इस याचिका पर पहली सुनवाई एनसीएलटी करेगा और इसके लिए 22 दिसंबर की तारीख मुकर्रर की गई है। मिस्त्री ने कल (सोमवार) जब टाटा समूह की कंपनियों के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था तब उन्होंने कहा था कि वो अपनी लड़ाई एक बड़े प्लेटफॉर्म पर ले जाएंगे। मिस्त्री ने तब कहा था, “टाटा समूह की खोई विश्वनीयता को पाने के लिए हमें बड़े प्रयास करने की जरूरत है। हम अभी जिस स्थित में हैं वहां से अब प्रयासों को तेज करने की जरूरत है, ताकि टाटा ग्रुप के हित में काम किया जा सके।”
मिस्त्री ने आगे कहा कि दिमाग में इस विचार के साथ उन्होंने फैसला किया है कि वो अपनी इस लड़ाई को एक बड़े और ऐसे प्लेटफॉर्म पर ले जाएं जहां कानून बरकरार है। गौरतलब है कि मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की पांच कंपनियों इंडियन होटल्स, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा पावर और टाटा केमिकल्स की ईजीएम शुरू होने से एक दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था।