टीसीएस की ईजीएम से नदारत दिखे साइरस मिस्त्री, शेयरहोल्डर्स से कहा कि सोच-समझकर वोट करें
साइरस मिस्त्री ने कहा कि टाटा संस और समूह की विभिन्न कंपनियों से अध्यक्ष के रूप में हटाए जाने के खिलाफ लड़ाई सिद्धांतों की बात थी।
नई दिल्ली: साइरस मिस्त्री को टीसीएस के निदेशक पद से हटाए जाने के लिए बुलाई गई असाधारण आम बैठक से मिस्त्री नदारत रहे। बैठक से पहले मिस्त्री ने शेयरहोल्डर्स से अपील की वो अपनी अंतर-आत्मा की आवाज सुन वोट करें। टाटा कंसल्टेंसी सर्विस के शेयरहोल्डर्स को लिखे अपने पत्र (मिस्त्री को टीसीएस के निदेशक पद से हटाए जाने के लिए बुलाई गई असाधारण आम बैठक से ठीक एक घंटे पहले) में मिस्त्री ने कहा कि टीसीएस का भविष्य अच्छे प्रदर्शन और नैतिक प्रथाओं पर निर्भर करता है।
मिस्त्री को निदेशक पद से हटाया जाना पहले से तय माना जा रहा है क्योंकि टाटा संस भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी में 70 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है। साइरस मिस्त्री ने अपने पत्र में लिखा है, “आपकी आवाज (डेसीबल) वोट के रुप में मुझ तक पहुंचेगी, मैं आपका आह्वान करता हूं कि आप अपनी अंतरात्मा की आवाज के साथ वोट करें और यह संकेत दें कि आपका वोट शासन सुधार में एक उत्प्रेरक के रूप में काम कर रहा है, ताकि हम उस साख को बचा पाएं जो हमे विरासत में मिली है। ये टाटा के वो मूल्य हैं जो हमें संस्थापकों ने सौंपे है।”