Air India के पायलटों ने पुरी से कहा, एयरलाइन को नुकसान पहुंचाने और निजीकरण को बेपटरी करने की हो रही साजिश
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आई एक खबर के मुताबिक Air India अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती नहीं करेगी।
नई दिल्ली, आइएएनएस। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ एक तत्काल बैठक की मांग करते हुए एयर इंडिया के पायलटों ने एयर इंडिया को नुकसान पहुंचाने और निजीकरण की प्रक्रिया को पटरी से उतारने की साजिश रचे जाने का आरोप लगाया है।
पुरी को लिखे एक पत्र में, इंडियन कॉमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन और इंडियन पायलट्स गिल्ड ने कहा, 16 जुलाई, 2020 की प्रेस कॉन्फ्रेंस से यह स्पष्ट होता है कि आपको ब्रीफिंग करने वाले अधिकारियों ने एयर इंडिया के वर्तमान स्थिति के बारे में आपको गलत जानकारी दी है। आपको गुमराह किया जा रहा है।
पायलटों ने पुरी से कहा है, निहित स्वार्थ के लिए औद्योगिक भेदभाव पैदा करने और एयर इंडिया को नुकसान पहुंचाने और निजीकरण की प्रक्रिया को पटरी से उतारने की साजिश का यह जानबूझकर रचा गया अनैतिक एजेंडा है।
पायलटों ने बताया है कि मूल वेतन, एचआरए और डीए सामान्य श्रेणी के कर्मचारियों के लिए सकल वेतन का 80 फीसद है, जबकि पायलटों के लिए सकल वेतन का 20 फीसद है। एयर इंडिया में पायलटों के सकल वेतन का 80 फीसद भत्ता बनता है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आई एक खबर के मुताबिक, Air India अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती नहीं करेगी। हालांकि अलग-अलग स्तर पर मिलने वाले अलग-अलग अलाउंस में कटौती की जाएगी। पिछले दिनों एयरलाइन ने कहा था कि सैलरी में कटौती नहीं होगी, जैसे बेसिक पे, महंगाई भत्ता और HRA में किसी कैटिगरी के कर्मचारियों की सैलरी में कटौती नहीं की जाएगी।
ट्वीट के जरिये कहा गया कि फ्लाइंग क्रू यानी पायलट और क्रेबिन क्रू को फ्लाइंग आवर के हिसाब से पैसे मिलेंगे। अलाउंस में कटौती कब तक लागू रहेगी जब तक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट का ऑपरेशन प्री-कोविड स्तर तक नहीं पहुंच जाता है। हालात सामान्य होने के बाद इसपर समीक्षा की जाएगी।