चीन में टूटा पिछले 25 वर्षों का रिकॉर्ड, विकास दर के मामले में पिछड़ा
चीन की विकास दर पिछले 25 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुकी है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक चीन की सकल घरेलू विकास दर वर्ष 2015 में 6.9 फीसद रही है। इससे पूर्व वर्ष 1999 में चीन की विकास दर 3.8 फीसद पर पहुंच गई थी।
बीजिंग। चीन की विकास दर बीते 25 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर आ गई है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक चीन की सकल घरेलू विकास दर वर्ष 2015 में 6.9 फीसद रही है। 1990 के बाद यह पहला मौका है जब चीन की विकास दर इतनी नीेचे पहुंच गई है। वर्ष 1990 में थ्येन मेन चौक पर हुए नरसंहार के बाद चीन की विकास दर 3.8 फीसद थी। इस घटना के बाद चीन वैश्विक राजनीति में वह अलग-थलग पड़ गया था।
चीनी अर्थव्यवस्था में गिरावट के चलते वैश्विक निवेशकों में चिंता का माहौल है। चीन के नैशनल ब्यूरो ऑफ के आंकड़ों के मुताबिक 2015 की आखिरी तिमाही में उसकी जीडीपी विकास दर 6.8 फीसद रही है, जबकि नीति-निर्माताओं ने 2015 में जीडीपी विकास दर के 7 फीसद रहने का अनुमान जताया था। लेकिन, अनुमान से कमजोर प्रदर्शन के बाद अब चीन सरकार देश के आर्थिक मॉडल को निवेश और निर्यात से शिफ्ट कर घरेलू डिमांड बढ़ाने पर जोर दे रही है।
हांगकांग के सिटिक बैंक इंटरनैशनल के चीफ इकॉनमिस्ट लियाओ कुन ने कहा, 'चीन की अर्थव्यवस्था स्थिरता की ओर बढ़ रही है, लेकिन अब तक यह स्थिति नहीं आ पाई है।' हालांकि चीन के सर्विस सेक्टर ने काफी हद तक इकॉनमी की रफ्तार को संभालने का प्रयास किया है। एनबीएस के आंकड़ों के मुताबिक 2015 में चीन की जीडीपी में सर्विस सेक्टर की हिस्सेदारी 50.5 पर्सेंट रही है। यह पहला मौका है, जब चीन की जीडीपी में सर्विस सेक्टर का योगदान आधे से भी ज्यादा का रहा है।
2014 में चीन की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.3 पर्सेंट थी। एएफपी के सर्वे के मुताबिक मौजूदा वर्ष में यह ग्रोथ रेट 6.7 फीसद के आसपास रह सकती है। एनबीएस चीफ वांग बाओआन ने इसकी वजह वैश्विक अर्थव्यवस्था में आई मंदी को माना है।