नोटबंदी के गलत कदम और जीएसटी की खामी ने अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारा: चिदंबरम
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने जीएसटी और नोटबंदी को अर्थव्यवस्था के लिए खराब बताया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। नोटबंदी को एक गलत कदम और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के डिजाइन को दोषपूर्ण बताते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि सरकार के इन दोनों कदमों ने अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को यह स्वीकार करना चाहिए कि उसने बीते साल नोटबंदी का फैसला करने की गलती की थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी को गलत तरीके से डिजायन किया गया है।
चिदंबरम ने कहा, “नोटबंदी और जीएसटी के कारण अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है।” यह आशा व्यक्त करते हुए कि देश में एक ऐसी सरकार होगी जो इन गलतियों को ठीक करेगी उन्होंने कहा, “हमने अर्थव्यवस्था को पीछे ढकेल दिया है लेकिन अब इसे आगे कौन लाएगा? हमारी तरफ मत देखिए मैं आपकी तरफ देखता हूं। अब आपको तय करना है कि अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर कौन लाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “वो सरकार आपसे कहेगी कि जीएसटी की अधिकतम दर 18 फीसद होगी और 18 फीसद से ऊपर कोई दर नहीं होगी। वह सरकार 90 फीसद व्यापारियों और बिजनेसमैन से कहेगी जो कि छोटे एवं मध्यम स्तर के कारोबारी हैं, कि अगर आप 6 महीने में एक बार रिर्टन फाइल करेंगे तो यह भी ठीक है। लेकिन यह सरकार कब सत्ता में आएगी यह पूरी तरह से आप पर निर्भर है।”
यह उल्लेख करते हुए कि बिजनेस को जीएसटी ने प्रभावित किया है चिदंबरम ने कहा, “हमने उनसे कहा था कि आप इसे जल्दबाजी में न करें बल्कि इसके लिए कुछ समय लें, जबकि ट्रेडर्स और बिजनेसमैन ने इसे सितंबर तक टालने का आग्रह किया था।”