बंद दरवाजे में बैंकर्स से मिले चिदंबरम
डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को थामने के लिए भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। इसी संबंध में वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को बैंकों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बंद दरवाजे में बैठक की। इस बैठक में रुपये की विनिमय दर में भारी उतार-चढ़ाव से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई। चिदंबरम ने बैठक के बाद संवाददाताओं से
मुंबई। डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को थामने के लिए भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। इसी संबंध में वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को बैंकों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बंद दरवाजे में बैठक की। इस बैठक में रुपये की विनिमय दर में भारी उतार-चढ़ाव से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की गई। चिदंबरम ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कोई चर्चा नहीं की। माना जा रहा है कि बैठक में चालू खाते के घाटे के लिए पूंजी की व्यवस्था के उपायों पर भी चर्चा की गई। इसके बाद चिदंबरम ने कुछ विदेशी संस्थागत निवेशकों से भी मुलाकात की।
चालू खाते के घाटे (सीएडी) के लिए फंड का प्रबंध करने में विदेशी संस्थागत निवेश को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैंकों के साथ बैठक में वित्तमंत्री के साथ आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम और वित्तीय सेवा सचिव राजीव टकरू भी शामिल हुए। बैठक में भारतीय स्टेट बैंक के प्रतीप चौधरी, आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोचर, एचडीएफसी बैंक के आदित्य पुरी, सिटी ग्रुप इंडिया के प्रमीत झावेरी, बैंक ऑफ इंडिया की विजय लक्ष्मी अय्यर, केनरा बैंक के आरके दुबे और स्टैंर्डर्ड चार्टर्ड इंडिया के अनुराग अदलखा और कुछ अन्य बैंकों के प्रमुख भी शामिल हुए।
बैठक के बाद आईसीआईसीआई बैंक की प्रमुख कोचर ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में मुख्य रूप से पूंजी प्रवाह को लेकर क्या किया जा सकता है, इस पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक बहुत अच्छी और सकारात्मक रही। भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन चौधरी से जब पूछा कि क्या वित्त मंत्री ने कोई निर्देश दिया है, तो उन्होंने कहा, कोई निर्देश नहीं दिया गया। केवल विचार-विमर्श किया गया।