पहले गैर पारसी प्रमुख एन चंद्रशेखरन ने टाटा संस में पूरा किया एक साल
बीते एक साल के दौरान टाटा ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 1.25 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। 54 साल के एन चंद्रशेखरन ने टाटा संस में बतौर चेयरमैन अपना एक साल पूरा कर लिया है। सायरस मिस्त्री के समूह से बाहर चले जाने के बाद जो उथल-पुथल भरी स्थिति पैदा हुई थी उसके बाद एन चंद्रशेखरन ने समूह में स्थिरता लाने का सफल प्रयास किया। चंद्रशेखरन ने अपने पूर्ववर्ती रतन टाटा के विपरीत, अपना एक कम प्रोफाइल बनाए रखना पसंद किया।
मीडिया के सामने आना पसंद नहीं करते थे चंद्रा: चंद्रशेखरन 21 फरवरी 2017 को टाटा संस के चेयरमैन बने थे। वो टाटा ग्रुप के पहले गैर पारसी चेयरमैन हैं। एन चंद्रशेखरन मीडिया के सामने आना भी पसंद नहीं करते हैं। उन्हें चंद्रा के नाम से भी जाना जाता है।
बुरे वक्त में संभाली ग्रुप की कमान: चंद्रशेखरन ने ग्रुप की जिम्मेदारी ऐसे समय में संभाली थी जब सायरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद समूह संकट के दौर से गुजर रहा था। आपको बता दें कि सायरस मिस्त्री को 24 अक्टूबर 2016 को उनके पद से हटा दिया गया था। इसके बाद रतन टाटा ने ग्रुप की कमान संभाल ली थी और उन्होंने नए प्रमुख के चयन के लिए एक समिति का भी गठन कर दिया था।
बीते एक साल में कंपनी का प्रदर्शन: बीते एक साल के दौरान टाटा ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 1.25 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ा। इस दौरान टाटा स्टील, टायटन, टाटा ग्लोबल बेवरेजेस, इंडियन होटेल्स, वोल्टास और ट्रेंट में अच्छी तेजी देखने को मिली। उन्होंने थायसेनक्रप के साथ सितंबर 2017 में बहुत बड़ी डील की।