DHFL के खिलाफ पहले क्वार्टर के रिजल्ट में देरी पर एक्शन, प्रमोटर्स की होल्डिंग पर रोक
DHFL Crisis सीडीएसएल ने पहले क्वार्टर के रिजल्ट के ऐलान में देरी के कारण डीएचएफएल के प्रमोटर्स की शेयरहोल्डिंग पर रोक लगा दी है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) ने लोन में डूबी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी DHFL के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। डिपॉजिटरी ने पहली तिमाही के परिणाम की घोषणा में देरी को लेकर कंपनी के प्रमोटर्स की होल्डिंग पर रोक लगा दी है। दीवान हाउसिंग फाइनेंस कारपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) से जुड़े सूत्रो ने जानकारी दी है कि अगले कुछ दिनों में कंपनी के तिमाही परिणामों की घोषणा हो सकती है। उन्होंने कहा है कि इसके लिए जल्द ही कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक बुलायी जा सकती है। पिछले साल आईएलएंडएफ के बैंकरप्ट होने का बहुत अधिक असर डीएचएफएल पर देखने को मिला है। कंपनी अपने कोई लोन का भुगतान नहीं कर पाई है।
वाधवान परिवार का इस कंपनी में 39 फीसद से ज्यादा का शेयर है। वाधवान परिवार कंपनी को इस संकट से बाहर निकालने के लिए कई ऑप्शन्स पर विचार कर रहा है। इन विकल्पों में ग्रुप की कंपनियों को बेचने से लेकर अपने शेयर में कमी करने तक के विचार शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार डिपॉजिटरी ने रिजल्ट के अनाउन्समेंट में देरी के कारण डीएचएफएल के प्रमोटर्स की पूरी शेयर होल्डिंग को फ्रीज कर दिया है। सीडीएसएल देश की प्रमुख डिपॉजिटरी में शामिल है और वह निवेशकों को उनकी सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में (डीमैट) जमा करने की सुविधा देती है।
ऐसा समझा जा रहा है कि कंपनी के ऑडिटर के इस्तीफा देने के कारण पहले क्वार्टर के रिजल्ट के ऐलान में देरी हुई है।
इस पूरे डेवलपमेंट से अवगत एक सूत्र ने बताया, ''चूंकि डीएचएफएल के ऑडिटर ने त्यागपत्र दे दिया था और 28 सितंबर को आयोजित एजीएम में नए ऑडिटर की नियुक्ति की गई है। इसलिए कंपनी के रिजल्ट में देरी हुई।''
प्रमोटर्स की होल्डिंग को फ्रीज किये जाने के बारे में सीडीएसएल को भेजे गए सवालों का अब तक कोई जवाब नहीं मिल सका है। वहीं डीएचएफएल के प्रवक्ता ने भी इस संबंध में किसी भी टिप्पणी से इनकार कर दिया।
लिस्टिंग ऑब्लिगेशन एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट नियमों के मुताबिक किसी भी लिस्टेड कंपनी को तिमाही आधार पर अपने क्वार्टर्ली रिजल्ट्स का ऐलान करना होता है।