Cabinet Meeting: सरकार ने उद्योग जगत को दिया दिवाली पर बड़ा तोहफा, दो लाख करोड़ की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि का हुआ ऐलान
Cabinet Meeting वित्त मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से फैसलों के बारे में जानकारी दी। सीतारमण ने बताया कि मंत्रिमंडल ने करीब दो लाख करोड़ की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इससे देश का उत्पादन रोजगार और निर्यात बढ़ेगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिये गए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इन फैसलों के बारे में जानकारी दी। सीतारमण ने बताया कि मंत्रिमंडल ने करीब दो लाख करोड़ की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इससे देश का उत्पादन, रोजगार और निर्यात बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि इसका लाभ बाहर से आई मोबाइल कंपनीज और देश की कंपनियों को भी मिलेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि इस फैसले से फार्मा क्षेत्र और स्टील उद्योग को भी लाभ पहुंचेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, 'मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी का 16 फीसद हिस्सा है। हमें मैन्युफैक्चरिंग हब बनना है, तो इसे बढ़ाना होगा। हमारे यहां आयात ज्यादा होता है और निर्यात कम होता है। आज तक उत्पादन और निर्यात बढ़ाने के बहुत प्रयास हुए, पर सफलता नहीं मिली। अब मोदी सरकार की कैबिनेट ने फैसला लिया है कि दस उत्पादन के प्रमुख क्षेत्रों में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह करीब दो लाख करोड़ रुपये की होगी। आत्म निर्भर भारत को साकार करने की दृष्टि से यह निर्णय महत्वपूर्ण है। यह दीवाली के मौके पर उद्योग क्षेत्र को एक बहुत बड़ा तोहफा है।'
The Union Cabinet has approved PLI scheme for ten key sectors for enhancing India’s manufacturing capabilities and enhancing exports; the scheme will make Indian manufacturers globally competitive, attract investment and enhance exports: Union Minister Prakash Javadekar pic.twitter.com/M7U7GhNU3j— ANI (@ANI) November 11, 2020
जिन दस प्रमुख सेक्टर्स को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि का फायदा मिलेगा, उनमें ऑटोमोबाइल और ऑटो पुर्जे, दूरसंचार, दवा, विशेष रसायन, पूंजीगत सामान, प्रौद्योगिकी उत्पाद, सफेद वस्तुएं, घरेलू इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, नेटवर्किंग उत्पाद, टेक्सटाइल्स, एसी व एलईडी और उन्नत बैटरी सेल शामिल हैं।
सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने इससे पहले दस ऐसे चैंपियन सेक्टर्स की पहचान की थी, जो प्रभावित ग्लोबल सप्लाई चेन के समय में भी निवेश को आकर्षित करने में मदद करेंगे।