बीएसई के आईपीओ को सेबी की मंजूरी, जनवरी के आखिर में जारी करेगा तीन करोड़ शेयर्स
एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (बंबई स्टॉक एक्सचेंज) को आईपीओ लाने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है
नई दिल्ली। एशिया के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (बंबई स्टॉक एक्सचेंज) को आईपीओ लाने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है। माना जा रहा है कि एक्सचेंज का आईपीओ जनवरी के आखिरी में आ सकता है। फिलहाल इस आईपीओ के जरिए कितनी राशि जुटाई जाएगी उसपर कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि 1000 करोड़ रुपए से 1500 करोड़ रुपए के बीच में राशि जुटाने की योजना है।
आईपीओ के जरिए एक्सचेंज लगभग तीन करोड़ शेयर जारी करेगा, जो कि एक्सचेंज के कुल स्टॉक्स का करीब 30 फीसदी है। लिस्टिंग के साथ बीएसई देश का दूसरा लिस्ट होने वाला एक्सचेंज बन जाएगा। आपको बता दें कि करीब पांच वर्ष पहले एमसीएक्स लिस्ट हुआ था। बीएसई ने 9 सितंबर 2016 को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) फाइल किया था।
फिलहाल बीएसई निवेशकों के बीच पहुंच रही है। एक्सचेंज ने हाल ही में सिंगापुर, हॉन्ग कॉन्ग, लंदन और न्यू यॉर्क में अपने इनवेस्टर रोड शो खत्म किए हैं। वहीं दूसरी ओर माना जा रहा है कि इस हफ्ते से घरेलू बाजार में रोड शो शुरू हो जाएंगे। इस आईपीओ के लिए एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज, एक्सिस कैपिटल, जैफरीज, नोमूरा फाइनेंस, मोतीलाल ओसवाल, एसबीआई कैप, एसबीआई कैप, एसएमसी कैपिटल, स्पार्क कैपिटल और आईएफएल लीड मैनेजर्स की भूमिका निभाएंगे।
एनएसई आईपीओ के जरिए 10 हजार करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में
27 दिसंबर को एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ने ड्राफ्ट पेपर (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेनक्ट्सस) फाइल कर दिया था। एनएसई आईपीओ के जरिए 10 हजार करोड़ रुपए जुटाने जा रहा है। यह अपने मौजूदा शेयरहोल्डर्स को इसके माध्यम से अपनी 20-25 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का ऑफर दे सकता है। इस आईपीओ को अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है। इस वर्ष जून में एनएसई ने घोषणा की थी कि उसने स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग की योजना बनाई है।