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रतन टाटा ने माना नैनो को सस्ता बताना सबसे बड़ी भूल

टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने आखि‍रकार यह स्वीकार कर लिया है कि टाटा समूह ने नैनो की मार्केटिंग में कई गलतियां की और सबसे बड़ी गलती इस कार को सबसे सस्ता कार बताना है। उन्होंने बुधवार को कहा कि नैनो की ब्रांडिंग सबसे सस्ती कार के तौर पर

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2015 08:45 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2015 08:50 AM (IST)
रतन टाटा ने माना नैनो को सस्ता बताना सबसे बड़ी भूल

नई दिल्ली। टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने आखिरकार यह स्वीकार कर लिया है कि टाटा समूह ने नैनो की मार्केटिंग में कई गलतियां की और सबसे बड़ी गलती इस कार को सबसे सस्ता कार बताना है। उन्होंने बुधवार को कहा कि नैनो की ब्रांडिंग सबसे सस्ती कार के तौर पर करना सबसे बड़ी भूल थी।

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एक मैनेजमेंट संस्थान के दीक्षांत समारोह में पहुंचे टाटा ने कहा, 'नैनो को आम लोगों के लिए बनाया गया था। लेकिन ऐसा कभी नहीं हो पाया। इसे हमारी डीलरशिप के जरिए देश भर में सही वक्त पर पहुंचना चाहिए था, लेकिन हमने कई गलतियां की।' उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी गलती इस कार की ब्रांडिंग सबसे किफायती कार के बजाय सबसे सस्ती कार के तौर पर करने की रही।

रतन टाटा ने कहा कि इस कैंपेन का बाजार में कार पर नकारात्मक असर पड़ा और लोग नहीं चाहते थे कि उन्हें सबसे सस्ती कार के मालिक के तौर पर देखा जाए। मैं समझता हूं यह हमारी सबसे बड़ी कमी थी, जिससे निष्पादन के मामले में कार हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी। हालांकि टाटा ने यह भी कहा कि इस कार का उद्घाटन उम्मीदों से कहीं अधिक सफल था।

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