शेयर समीक्षा: बड़े आंकड़ों और विधानसभा चुनावों पर रहेगी बाजार की नजर
पिछले सप्ताह के कारोबार में बीएसई के सेंसेक्स में 146.9 अंकों की तेजी दर्ज की गई और यह 35,158.55 पर बंद हुआ था
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए कंपनियों के नतीजे आने का दौर लगभग खत्म हो चुका है। इसलिए इस सप्ताह जारी होने वाले आर्थिक आंकड़े, वैश्विक कारक तथा कई राज्यों में होने वाले चुनावों से जुड़ी खबरें बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे। पिछले सप्ताह के कारोबार में बीएसई के सेंसेक्स में 146.9 अंकों की तेजी दर्ज की गई और यह 35,158.55 पर बंद हुआ था।
वैश्विक बाजारों का हाल: आज प्रमुख एशियाई बाजारों ने अच्छी शुरुआत की है। दिन के 9 बजे जापान का निक्केई 0.15 फीसद की बढ़त के साथ 22284 अंकों पर, चीन का शांघाई 0.75 अंकों की बढ़त के साथ 2618 पर, हैंगसेंग 0.45 अंकों की बढ़त के साथ 25716 पर और ताइवान का कॉस्पी 0.21 अंकों की गिरावट के साथ 2081 पर कारोबार करते देखे गए। वहीं अगर अमेरिकी बाजार की बात करें तो बीते दिन डाओ जोंस 0.77 फीसद की गिरावट के साथ 25989 पर, स्टैंडर्ड एंड पुअर्स 0.92 अंकों की गिरावट के साथ 2781 पर और नैस्डैक 1.65 अंकों का गिरावट के साथ 7406 पर बंद हुआ।
एक्सपर्ट का नजरिया: जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि पिछले दो महीनों के दौरान बाजार में हुई बड़ी गिरावट और तकनीकी कारणों से आई तेजी को देखते हुए निकट अवधि में हम बाजार में कुछ राहत की उम्मीद करते हैं। सप्ताह में खुदरा महंगाई दर (सीपीआइ) के आंकड़े, थोक महंगाई दर के आंकड़े (डब्ल्यूपीआइ) और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े (आइआइपी) बाजार को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक होंगे। औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई दर के आंकड़े सोमवार को जारी होंगे, जबकि थोक महंगाई दर के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे।
सैमको सिक्युरिटीज एंड स्टॉकनोट के संस्थापक और सीईओ जिमीत मोदी ने कहा कि कंपनियों के तिमाही नतीजे आने का दौर लगभग खत्म हो चुका है, जिससे बाजार में थोड़ी तेजी आई है। लेकिन ऐसा लगता है कि इस अल्पकालिक राहत का असर खत्म हो चुका है और राज्यों में होने वाले चुनाव के कारण निवेशकों का ध्यान अब भारतीय राजनीति पर टिक जाएगा।
सबसे पहले छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का मतदान 12 नवंबर से शुरू होगा, जो दो चरणों में पूरा होगा। मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना सहित सभी पांच राज्यों में मतदान का दौर सात दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। चुनाव के नतीजों की घोषणा 11 दिसंबर को होगी। कच्चे तेल की कीमतों और रुपये की चाल पर भी आने वाले दिनों में निवेशकों का ध्यान लगा रहेगा।