Indiabulls Group पर बड़ा साइबर अटैक, जानें किस तरह की जानकारी हुई लीक
इंडियाबुल्स ग्रुप की स्थापना 1999 में वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी के रूप में हुई थी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। इंडियाबुल्स समूह (Indiabulls Group) पर कथित तौर पर एक रैंसमेवयर अटैक हुआ है। रैंसमवेयर अटैक करने वाले ने समूह के स्वामित्व वाली कंपनियों की महत्वपूर्ण जानकारी लीक करने की धमकी दी है। साइबर इंटेलीजेंस से जुड़ी कंपनी Cyble ने यह जानकारी दी है। Cyble ने कहा है, ''ऐसा प्रतीत हो रहा है कि लीक डेटा के जरिए रैंसमवेयर ऑपरेट करने वाले ने इंडियाबुल्स समूह को 24 घंटे के भीतर उसकी शर्तों को पूरा करने की चेतावनी दी है। अन्यथा Clop (रैंसमवेयर की तरह का एक वायरस) ऑपरेटर बड़े पैमाने पर कंपनी की गोपनीय जानकारी लीक कर सकता है।''
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Cyble ने कहा है, ''पूर्व के डेटा लीक की तरह इस मौके पर भी साइबल की शोध टीम ने (इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के) लीक डॉक्यूमेंट्स को चिह्नित किया है और उनका विश्लेषण किया है।''
साइबर इंटेलीजेंस से जुड़ी कंपनी ने कहा है कि रैंसमवेयर ऑपरेट करने वालों ने इंडियाबुल्स समूह के अकाउंट से लेनदेन के विवरण, वाउचर्स, बैंक के मैनेजरों को भेजे गए पत्र जैसे बहुत से संवेदनशील दस्तावेजों के स्नैपशॉट लीक किए हैं।
Cyble ने कहा है कि उसने इंडियाबुल्स के एक गेटवे को तकनीकी तौर पर कमजोर पाया है लेकिन इस बात की पुष्टि अभी नहीं हुई है कि यह साइबर अटैक इसी गेटवे के जरिए हुआ है या नहीं।
इंडियाबुल्स समूह को इस संदर्भ में भेजे गए सवालों का जवाब नहीं मिल सका है। इंडियाबुल्स ग्रुप की स्थापना 1999 में वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी के रूप में हुई थी।