2025 तक Jio यूजर्स की संख्या हो सकती है 57 करोड़, 48% टेलीकॉम मार्केट पर होगा कंपनी का कब्जाः रिपोर्ट
Bernstein को उम्मीद है कि आने वाले समय में 50 फीसद की बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के बाद Jio आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी कि आईपीओ ला सकती है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो 2025 तक लगभग 50 करोड़ सब्सक्राइबर्स के साथ देश के टेलीकॉम मार्केट में 48 फीसद की हिस्सेदारी वाली कंपनी बन सकती है। निवेश एवं शोध से जुड़े संगठन Bernstein की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में विश्लेषक ने कहा है, 'दिसंबर में अपने आखिरी मॉडल अपडेट में हमने दावा किया था कि भारत के दूरसंचार बाजार पर रिलायंस जियो का दबदबा होगा। इसके बाद से हमने देखा है कि कई अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी इसी तरह के नतीजे पर पहुंचे हैं।' उल्लेखनीय है कि फेसबुक सहित कई निजी कंपनियों ने Reliance Jio में पिछले कुछ हफ्तों में करीब 1.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है।
फेसबुक ने 43,573.62 करोड़ रुपये के निवेश के जरिए Reliance Jio की 9.99 फीसद हिस्सेदारी खरीदी है। वहीं, अन्य निवेशकों ने मुकेश अंबानी के डिजिटल प्लेटफॉर्म में अब तक करीब 60,753.33 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
Bernstein की रिपोर्ट में कहा गया है, ''हम फेसबुक और रिलायंस समूह के अन्य हिस्सों के बीच रणनीतिक साझेदारी की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, हमारा मानना है कि अन्य कंपनियों द्वारा किया गया निवेश लंबी अवधि के लिए है। इन सौदों के जरिए रिलायंस को कर्ज में कमी लाने के लिए पूंजी मिली जबकि निवेशकों को भारत की अग्रणी दूरसंचार कंपनी में जल्द हिस्सेदारी मिल गई।''
Bernstein को उम्मीद है कि आने वाले समय में 50 फीसद की बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के बाद Jio आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी कि आईपीओ ला सकती है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि तब तक प्रति यूजर औसत आय (ARPUs) बेहतर हो चुकी होगी। कंपनी को उम्मीद है कि अगले तीन साल में कंपनी की सर्विस से आमदनी दोगुनी हो जाएगी।
Bernstein का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2022-23 में Jio के सब्सक्राइबर्स की संख्या मौजूदा 38.8 करोड़ से बढ़कर 50 करोड़ हो सकती है। साथ ही इस बात का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024-25 तक कंपनी के सब्सक्राइबर्स की संख्या 56.9 करोड़ और वित्त वर्ष 2027-28 तक 60.9 करोड़ तक पहुंच सकती है।