बैंक पुनर्पूंजीकरण से अगले वित्त वर्ष जीडीपी छू सकती है 8 फीसद का आंकड़ा: रिपोर्ट
गोल्डमैन सैक के अनुसार भारत वित्त वर्ष 2018-19 के लिए सर्वसम्मति से 8 फीसद की वास्तविक जीडीपी ग्रोथ हासिल कर सकता है
नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत की अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष में 8 फीसद का आंकड़ा छू सकती है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की ओर से बैंकों को पुनर्पूंजीकरण के लिए दिए जाने वाले वित्तीय पैकेज से क्रेडिट मांग और निजी निवेश में तेजी से उछाल देखने को मिल सकता है।
वॉल स्ट्रीट ब्रोकरेज गोल्डमैन सैक के अनुसार, केंद्र सरकार की ओर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के लिए दिया जाने वाला 2.11 लाख करोड़ का वित्तीय पैकेज, जिसकी घोषणा पिछले महीने की गई थी और आमदनी में हुआ सुधार शेयर बाजार को तेजी दे सकता है और इसने अगले दिसंबर तक 11,600 के निफ्टी लक्ष्य का निर्धारण किया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया, “हम वित्त वर्ष 2018-19 के लिए सर्वसम्मति से 8 फीसद की वास्तविक जीडीपी ग्रोथ का आकलन कर रहे हैं क्योंकि इस साल नोटबंदी और जीएसटी कार्यान्वयन के कारण आए नकारात्मक प्रभाव का असर अब खत्म हो चुका है। बैंक पुनर्पूंजीकरण क्रेडिट और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट ग्रोथ के अवसर खोल सकता है।”
इसमें कहा गया है कि सीपीआई मुद्रास्फीति के आरबीआई से वित्त वर्ष 2019 के लिए निर्धारित 5.3 फीसद के लक्ष्य के मिड लेवल से ऊपर उठने की संभावना है। ऐसा खाने पीने की चीजें और अन्य कमोडिटी की कीमतों में उछाल के चलते देखने को मिलेगा। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि आरबीआई 2019 के मध्य तक नीतिगत दरों में 75 आधार अंकों की वृद्धि कर सकती है।