बैंक ऑफ महाराष्ट्र को वित्त वर्ष 2019-20 में 389 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ, एनपीए में भी आई कमी
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बताया है कि जनवरी-मार्च 2020 के दौरान उसकी कुल आमदनी बढ़कर 3198.30 करोड़ रुपये हो गई।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र को वित्त वर्ष 2019-20 में 389 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। बैंक को वित्त वर्ष 2018-19 में 4,783 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। बैंक ने बताया है कि वित्त वर्ष 2019-20 में बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन बेहतर होकर 2.60 फीसद हो गया है, जो 2018-19 में 2.53 फीसद पर था। इसी तरह पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का बिजनेस (जमा और लोन) वित्त वर्ष 2018-19 के 2,34,117 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,44,955 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने आरबीआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष के लिए लाभांश की घोषणा नहीं की है।
बैंक की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही में उसे 58 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। बैंक को वित्त वर्ष 2018-19 में 72.38 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।
बैंक ने जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2019-20 में उसका शुद्ध एनपीए घटकर 4.77 फीसद पर आ गया, जो वित्त वर्ष 2018-19 में 5.52 फीसद पर था।
बैंक की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि देश पिछले कई सप्ताह से कोविड-19 महामारी के कारण अभूतपूर्व संकट से जूझ रहा है। बैंक ने कहा है कि उसने स्थिति को गंभीरता को समझते हुए ग्राहकों एवं कर्मचारियों के हित में कई तरह के कदम उठाए। बैंक ने कहा है कि कोविड-19 के संकट भरे समय में बैंक के 97.5% से अधिक शाखाएं और 88% एटीएम परिचालनरत थे।
बैंक ने जानकारी दी है कि उसने चालू और बचत खातों के लिए सेवा शुल्क को 30 जून, 2020 तक के लिए माफ कर दिया है।