नोटबंदी के 15 दिनों के भीतर बैंक लोन में आई गिरावट, कर्जदारों ने लौटाए 66,000 करोड़ रुपए
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के 15 दिनों के बाद की अवधि में बैंक लोन में गिरावट देखने को मिली है
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के 15 दिनों के बाद की अवधि में बैंक लोन में गिरावट देखने को मिली है। मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक नोटबंदी के अगले पखवाड़े में बैंक लोन में 61,000 करोड़ रुपए की गिरावट दर्ज की गई है। 25 नवंबर तक बैंक लोन में आई यह गिरावट करीब 0.8 फीसदी है। हालांकि इसके बावजूद नोटबंदी का एक सकारात्मक असर भी दिखा है। वह यह है कि सरकार के इस फैसले के बाद से कर्जदारों ने 66 हजार करोड़ रुपए बैंकों में जमा कराए हैं। कुछ डिफॉल्ट खातों में कर्ज का भुगतान किया गया है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से नोटबंदी की घोषणा बीते 8 नवंबर की शाम को की गई थी। इसके तहत अगले दिन से 500 और 1000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था।
आपको बता दें नौ नवंबर से 25 दिसंबर तक की अवधि में बैंकों में 4.03 लाख करोड़ रुपए की रकम जमा हुई है। 9 दिसंबर तक यह राशि 12 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। इसके साथ सरकार का सारा गणित गड़बड़ा गया। नोटबंदी के फैसले का समर्थन करने वालों का मानना था कि अप्रचलित किए गए 15.4 लाख करोड़ रुपए मूल्य के नोटों में से कम से कम 20 फीसदी या तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि वापस नहीं आने वाली हैं। साथ ही इससे सरकार को भारी फायदा होने जा रहा है।