सरकार दे इजाजत तो 35-40 रुपये में बेचूंगा पेट्रोल: रामदेव
आर्थिक जानकारों का मानना है कि अगर रामदेव के बयान की वास्तविकता तलाशी जाए तो भी यह सच्चाई से दूर नजर आती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वैश्विक स्तर पर बढ़ते कच्चे तेल के दाम भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतों में आग लगा रहे हैं। ईंधन की बढ़ती कीमतों से देश का आम आदमी परेशान है। इस बीच विपक्ष लगातार मांग कर रहा है कि पेट्रोल डीजल की कीमतों को कम करने को लेकर सरकार कुछ ठोस कदम उठाए। ऐसे में अगर आप भी कीमतों में नरमी की उम्मीद पाले बैठे हैं, तो आपके लिए एक राहत की खबर है। योग गुरु बाबा रामदेव ने एक निजी चैनल के समारोह में कहा है कि अगर सरकार उनका साथ देती है, तो वह देशवाशियों को 35 से 40 रुपये के आस पास पेट्रोल डीजल मुहैया कराने के लिए तैयार हैं।
चैनल के समारोह में रामदेव ने कहा, 'अगर सरकार से मुझे अनुमति मिलती है और टैक्स में छूट दी जाती है, तो मैं देश को 35-40 रुपये प्रति लीटर में पेट्रोल डीजल दे सकता हूं।' उन्होंने ईंधन को जीएसटी के तहत लाए जाने की बात भी कही।
उधर, आर्थिक जानकारों का मानना है कि अगर रामदेव के बयान की वास्तविकता तलाशी जाए तो भी यह सच्चाई से दूर नजर आती है। उदाहरण के लिए अगर केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा लिए जा रहे टैक्स को पूरी तरह से खत्म भी कर दिया जाए तो डीलरों के कमीशन के साथ दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अभी भी 41.48 रुपये प्रति लीटर होगी। इसके अलावा, सरकारों के लिए ईंधन से टैक्स को पूरी तरह हटाना असंभव है। क्योंकि यह राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है।
बता दें कि 2009 में दिल्ली में पेट्रोल 40 रुपये प्रति लीटर बेचा गया था, तब ईंधन पर सब्सिडी ज्यादा थी और कच्चे तेल की कीमतें 48-54 डॉलर प्रति बैरल के भीतर थीं और रुपये का मूल्य अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 50 रुपये था।
हालांकि भारत में ईंधन की कीमतों को कम करने के लिए सबसे पहले देश को क्रूड ऑयल के आयात में कमी करनी होगी। देश अब भी अपनी जरूरतों का 80 फीसद कच्चा तेल आयात करता है।
अगर केंद्र सरकार 2014 के बाद से उत्पाद शुल्क में वृद्धि को पूरी तरह से उलट देती है तो पेट्रोल डीजल की कीमतों में 10-12 रुपये प्रति लीटर की राहत मिल सकती है। इसके बाद अगर राज्य औसतन 3 रुपये प्रति लीटर की राहत देते हैं, तो कुल राहत 15 रुपये प्रति लीटर होगी, बावजूद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 67 रुपये प्रति लीटर होगी।