Auto Expo-2020 में दिखेगा चीन की आटो कंपनियों का जलवा, चीनी कंपनियां तीन अरब डॉलर के निवेश का करेंगी ऐलान
कंपनी अपनी सभी मौजूदा मॉडलों को बीएस-6 में दिखाने जा रही है। साथ ही आने वाले दो वर्षो में कंपनी की तरफ से लांच की जाने वाली इलेक्टि्रक कारों की रेंज भी दिखाई जाएगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत की घरेलू कार कंपनियों को अपनी कमर कस लेनी चाहिए। क्योंकि चीन की कार कंपनियों की नजर अब भारतीय बाजार पर है और सही मायने में इसकी शुरुआत आटो एक्सपो 2020 से होने जा रही है। जीडब्लूएम, गीली आटो ग्रूप, चेरी आटोमोबाइल कंपनी, एसएआइसी मोटर कार्प जैसे नामों से आप भले ही अभी अपरिचित हो लेकिन आने वाले दिनों में हो सकता है कि यह भारत जनमानस के बीच एक जाना पहचाना नाम बन जाए। आटो एक्सपो-2020 में चीन की उक्त कार कंपनियां ना सिर्फ अपने उत्पादों को भारतीय बाजार में उतारने की घोषणा करने वाली हैं बल्कि अभी भावी निवेश योजनाओं का भी ऐलान करने जा रही है। पिछले दो वर्षो की मंदी के बाद जहां घरेलू आटो कंपनियां निवेश को लेकर सोच विचार करने लगी हैं वही चीन की कंपनियों की तरफ से भारतीय आटो बाजार में अगले दो से चार वर्षो के भीतर तीन अरब डॉलर के नए निवेश का ऐलान करने की तैयारी है।
सबसे पहले चीन की सबसे बड़ी एसयूवी कंपनी ग्रेट वाल मोटर कंपनी लिमिटेड (जीडब्लूएम) की बात करते हैं। कंपनी ने कहा है कि वह आटो एक्सपो के जरिए भारतीय बाजार में प्रवेश का ऐलान करेगी। भारत के लिए कंपनी का उत्साह इस बात से समझा जा सकता है कि उसने अपनी नई कांसेप्ट कार हैवल एच को सबसे पहले यहां पर ही प्रदर्शित करने का फैसला किया है। आटो एक्सपो में कंपनी अपनी भावी निवेश योजना और अगले पांच वर्षो की रणनीति का ऐलान भी करेगी। कंपनी की योजना भारत में एक शोध केंद्र स्थापित करने की भी है। इसने एक पखवाड़े पहले ही अमेरिकी कार कंपनी जेनरल मोटर्स इंडिया की तालेगांव स्थित फैक्ट्री को खरीदने का फैसला किया है। वैसे यह कंपनी दुनिया के 60 देशों में अपने उत्पाद पहले से ही बेच रही है।
आटो एक्सपो को लेकर देश की दिग्गज कार कंपनियों मारुति सुजुकी या टाटा मोटर्स की जो तैयारियां भी कम नहीं है लेकिन चीन की कार कंपनियां बिल्कुल नए नजरिए से भारतीय ग्राहकों को देख रही हैं। मारुति सुजुकी ने आज बताया है कि इस बार उसका फोकस ग्रीनर टेक्नोलोजी यानी पर्यावरण के अनुकूल वाहन बनाने पर जोर होगा। माना जा रहा है कि कंपनी अपनी भावी इलेक्टि्रक कारों की नुमाइश भी इसमें करेगी। दूसरी तरफ घरेलू बाजार में अपनी पुरानी रंगत पाने की कोशिश में जुटी टाटा मोटर्स की तैयारियां भी बहुत महत्वपूर्ण है।
कंपनी अपनी सभी मौजूदा मॉडलों को बीएस-6 में दिखाने जा रही है। साथ ही आने वाले दो वर्षो में कंपनी की तरफ से लांच की जाने वाली इलेक्टि्रक कारों की रेंज भी दिखाई जाएगी। एक दिन पहले ही टाटा मोटर्स ने अपनी सबसे सफल एसयूवी एक्सॉन का इलेक्टि्रक वर्जन बाजार में उतारा है। इसकी शुरुआती कीमत 13.99 लाख रुपये है। इन दोनो कंपनियों को पड़ोसी देश की कंपनियों से खासा प्रतिस्पद्र्धा होने के आसार हैं क्योंकि इलेक्टि्रक कार में चीनी कंपनियों ने अपनी तकनीकी साबित कर दी है। चीन की कंपनी एसआइएसी ने भारत में एमजी ग्रूप के नाम से कंपनी की शुरुआती की है जिसकी एसयूवी हेक्टर ने मंदी को पछाड़ दिया है। जहां दूसरी कंपनियों के एसयूवी को ग्राहक नहीं मिल रहे हैं वही एमजी के हेक्टर की बुकिंग इतनी ज्यादा है कि उसने अपने उत्पादन में 30 फीसद बढ़ोतरी का ऐलान किया है। इसने अपनी पहली इलेक्टि्रक कार भारतीय बाजार में लांच की है और शुरु के 27 दिनों में इसकी 2800 बुकिंग हो चुकी है।