तेल कंपनियों की चिंताओं के बीच वित्त मंत्री का बयान, तेल की कीमतें नियंत्रित नहीं करेगी सरकार
सरकार ने निवेशकों ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार ईंधन की कीमतों को रेगुलेट नहीं करेगी।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सरकार ने निवेशकों ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार ईंधन की कीमतों को रेगुलेट नहीं करेगी। सरकार के हाल ही में तेल की कीमतों को लेकर लिए गए फैसले के बाद तेल कंपनियों ने चिंता जताई थी कि सरकार फिर से तेल की कीमतें नियंत्रित कर सकती हैं। इससे पहले सरकार ने लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.5 रुपये की कटौती की थी। सरकार के इस कदम को 2014 के उस नीति के उलट देखा गया जिसमें सरकार ने तेल की कीमतों को रेगुलेट करने से खुद को दूर कर लिया था।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पोस्ट लिख कर बताया कि सरकार ईंधन की कीमतों को रेगुलेट नहीं करेगी। बता दें कि नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अक्टूबर 2014 में डीजल की कीमत के निर्धारण को कंपनियों पर छोड़ दिया था। तब कहा गया था कि इससे कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। साथ ही कंपनियां बेहतर तरीके से काम कर पाएंगी।
विशेषज्ञों ने इस कदम की तारीफ करते हुए इसे बड़ा फैसला बताया था। यूपीए के शासनकाल में सरकार यह फैसला नहीं ले पाई थी। कांग्रेस सरकार ने 2010 में पेट्रोल कीमतों को कंपनियों के हवाले कर दिया था। तब से तेल कंपनियां ही पेट्रोल की कीमतें निर्धारित करती आ रही हैं।
सरकार ने हाल ही में तेल की कीमतों में 1.5 रुपेय की एक्साइज ड्यूटी समेत 2.5 रुपये की कटौती की थी। इस फैसले के बाद तेल कंपनियों के शेयरों में 20 सालाना आधार 20 फीसद तक की गिरावट देखने को मिली थी। इसके बाद शेयर कुछ संभले।