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GDP में इस साल भी चीन को पछाड़ेगा भारत, अगले साल ब्रिटेन को पीछे छोड़ बनेगा चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) शुक्रवार को यानी आज चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) के आंकड़े जारी करेगा

By Praveen DwivediEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 08:24 AM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 09:48 AM (IST)
GDP में इस साल भी चीन को पछाड़ेगा भारत, अगले साल ब्रिटेन को पीछे छोड़ बनेगा चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था
GDP में इस साल भी चीन को पछाड़ेगा भारत, अगले साल ब्रिटेन को पीछे छोड़ बनेगा चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संरक्षणवादी नीतियों से बेअसर भारतीय अर्थव्यवस्था घरेलू खपत की बदौलत सबसे तेज रफ्तार वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था के तमगे को बनाए रखने में कामयाब है। चालू वित्त वर्ष में देश की विकास दर साढ़े सात फीसद के आसपास रहने का अनुमान है और माना जा रहा है कि इस साल भी भारत विकास दर के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि अगले साल भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

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केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानी सीएसओ शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) के आंकड़े जारी करेगा। इस बीच एचडीएफसी बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की विकास दर 7.6 फीसद रह सकती है। एक दिन पहले ही रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में विकास दर 7.4 फीसद रहने का अनुमान व्यक्त किया था। जहां तक चीन का सवाल है तो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वर्ष 2018 में चीन की विकास दर सात फीसद से नीचे रहने का अनुमान लगाया है। ऐसे में भारत इस साल भी दुनिया की सर्वाधिक तेज वृद्धि दर वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

दरअसल भारत की विकास दर बेहतर रहने की वजह घरेलू उपभोग में वृद्धि और बेहतर मानसून रहना है। रिजर्व बैंक का कहना है कि मौजूदा स्थिति में शुरुआती संकेत उपभोग में वृद्धि दिखा रहे हैं। खासकर फसल बेहतर रहने से ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में वृद्धि हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश संरक्षणवादी नीतियां अपनाते हैं तो भी भारत पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। वैसे भी वित्त वर्ष 2012-13 से 2016-17 के दौरान देश की आर्थिक वृद्धि दर को रफ्तार मुख्यत: घरेलू उपभोग से ही मिली है। चालू वित्त वर्ष में भी उपभोग में वृद्धि हो रही है। साथ ही कर्ज में भी धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई में कर्ज में 12 फीसद की वृद्धि हुई है।

इस बीच सरकार को उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में भारत अगले साल ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ देगा। जेटली ने कहा कि इस साल भारत ने फ्रांस की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ दिया है। अगले साल ब्रिटेन को पीछे छोड़ देंगे। इस तरह भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

गौरतलब है कि वर्ष 2017 के अंत में भारत का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी 2.597 लाख करोड़ डॉलर की थी जबकि फ्रांस की जीडीपी 2.582 लाख करोड़ डॉलर और ब्रिटेन की 2.94 लाख करोड़ डॉलर थी। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में जेटली ने कहा कि अगले 10-20 साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।


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