सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा लक्ष्य को जीडीपी के 3.3 फीसद रखने को लेकर प्रतिबद्ध: जेटली
कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बीच मजबूत जीडीपी ग्रोथ के बावजूद रुपया इस साल अब तक 11 फीसद तक टूट चुका है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर आशावान है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 3.3 फीसद पर रखने का लक्ष्य रखा है। गौरतलब है कि गिरते रुपये की स्थिति को संभालने के लिए रूपरेखा तैयार करने के ठीक एक दिन बाद यह बयान सामने आया है।
अरुण जेटली ने एक स्पष्ट संदेश में कहा कि सरकार का लक्ष्य बाजार संबंधी उन कारकों से जुड़ी चिंताओं को दूर करना है जो कि अर्थव्यवस्था का प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मजबूत कर संग्रह के मद्देनजर राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर निश्चिंत है। जेटली ने कहा, "बजट में इस साल की शुरुआत में हमने जो अनुमान लगाया था विकास दर उससे अधिक होगी।"
कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बीच मजबूत जीडीपी ग्रोथ के बावजूद रुपया इस साल अब तक 11 फीसद तक टूट चुका है। सोमवार के कारोबार में यह फिर 72 के स्तर के ऊपर पहुंच गया। आज के शुरुआती कारोबार में रुपया 76 पैसे टूटकर 72.61 पर कारोबार करता देखा गया।
हाल ही में एक अधिकारी ने बताया था कि खर्चों में कटौती करना राजकोषीय घाटे को कम करने का सबसे आसान तरीका है। अधिकारी ने कहा, "अगर हम एक लाख करोड़ रुपये के खर्च में कमी करते हैं तो यह राजकोषीय घाटे में 2.9 फीसद तक की कमी ला देगा। लेकिन तब ग्रोथ जरूरत प्रभावित होगी।"