एस्सार स्टील के लिए 7469 करोड़ रुपये अदा करेगी आर्सेलरमित्तल
स्टील दिग्गज आर्सेलरमित्तल ने कहा है कि वह उत्तम गल्वा और केएसएस पेट्रॉन के लेनदारों को 7,469 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए एस्सार स्टील को विशिष्ट व आकर्षक अवसर बताते हुए ग्लोबल स्टील दिग्गज आर्सेलरमित्तल ने कहा है कि वह उत्तम गल्वा और केएसएस पेट्रॉन के लेनदारों को 7,469 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी ताकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार वह कर्ज में फंसी एस्सार स्टील की नीलामी में हिस्सा लेने के लिए पात्र बन सके।
सुप्रीम कोर्ट ने चार अक्टूबर को दुनिया की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी आर्सेलरमित्तल और रूस की वीटीबी कैपिटल समर्थित न्यूमेटल को एस्सार स्टील की नीलामी में हिस्सा लेने का एक और अवसर दिया था। आदेश के अनुसार अगर ये कंपनियां अपनी संबंधित कर्जदारी कंपनियों के फंसे कर्ज यानी एनपीए और दूसरे बकाए का भुगतान दो सप्ताह में कर देती हैं तो वे बोली लगाने के पात्र होंगी।
लक्जमबर्ग की कंपनी आर्सेलरमित्तल ने एक बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुरूप उसने उत्तम गल्वा और केएसएस के बकाए 7469 करोड़ रुपये कर्ज का भुगतान करने की मंजूरी दे दी है ताकि एस्सार स्टील के लिए दो अप्रैल 2018 को दाखिल उसकी बोली स्वीकार की जा सके और एस्सार स्टील की कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) उस पर विचार कर सके। लक्ष्मी निवास मित्तल की कंपनी आर्सेलरमित्तल एस्सार स्टील के दूसरे बोलीदाताओं खासकर रूस की वीटीबी समर्थिक न्यूमेटल के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रही है। 7469 करोड़ रुपये में से 80 फीसद पैसा उत्तम गल्वा और 20 फीसद पैसा केएसएस पेट्रॉन के बकाए चुकाने में खर्च होगा। आर्सेलरमित्तल के अनुसार उसके निदेशक बोर्ड का मानना है कि एस्सार स्टील भारतीय स्टील क्षेत्र में कदम रखने के लिए विशिष्ट और आकर्षक अवसर प्रदान करता है। कंपनी मानना है कि भारतीय स्टील उद्योग तेजी से विकसित कर रहा है। एस्सार स्टील के जरिये मिलने वाले फायदों को देखते हुए मौजूदा हालात में भुगतान करना कंपनी के उचित कदम है।