100 करोड़ का आंकड़ा छू लेगा हवाई यातायात: लखनऊ सहित 6 एयरपोर्ट को निजी हाथों में देने का निर्णय
पुरी ने कहा कि वर्तमान में वार्षिक आधार पर हवाई यात्रियों की संख्या लगभग 34.5 करोड़ है और यह दर्शाता है कि यह 100 करोड़ तक पहुंच जाएगा।
नई दिल्ली (पीटीआइ)। हवाई यातायात लगातार आगे बढ़ रहा है और आने वाले वर्षों में यह 100 करोड़ का आंकड़ा छू सकता है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने लोकसभा को बताया कि सरकार ने लखनऊ और अहमदाबाद में छह हवाई अड्डों के निजीकरण का निर्णय लिया है, जिनमें लखनऊ और अहमदाबाद भी शामिल है। प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा कि तीन को अडानी समूह को दिया गया है और दो अन्य से संबंधित मुद्दों को हल कर लिया गया है।
2018 में सरकार ने अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, मंगलुरु और तिरुवनंतपुरम में हवाई अड्डों को पट्टे पर देने का फैसला किया। इस महीने की शुरुआत में मंत्रिमंडल ने अडानी समूह को अहमदाबाद, लखनऊ और मंगलुरु हवाई अड्डों को पट्टे पर देने की मंजूरी दी। पुरी ने कहा कि वर्तमान में वार्षिक आधार पर हवाई यात्रियों की संख्या लगभग 34.5 करोड़ है और यह दर्शाता है कि यह 100 करोड़ तक पहुंच जाएगा। वहीं, टीएमसी सदस्य सौगत राय ने आश्वासन दिया कि कोलकाता हवाई अड्डे का निजीकरण नहीं किया जाएगा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने जून में संयुक्त राज्य व्यापार और विकास एजेंसी (USTDA) के साथ एक समझौता किया है। पुरी ने कहा कि समझौता अगले 10 वर्षों के लिए व्यापक संचार, नेविगेशन और निगरानी/वायु यातायात प्रबंधन (सीएनएस/एटीएम) रोड मैप विकसित करने के लिए है।
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