आनंद महिन्द्रा ने ट्वीट के जरिये दिया सुझाव, 49 दिनों के बाद उठा लेना चाहिए लॉकडाउन
केवल हॉटस्पॉट और जनता के अतिसंवेदनशील समूह को अलग रखना सही रहेगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। महिन्द्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिन्द्रा ने सरकार को सुझाव दिया है कि 49 दिनों के बाद 'व्यापक' स्तर पर लॉकडाउन उठा लेना चाहिए। महिन्द्रा ने कहा कि आगे देश के विभिन्न हिस्सों से धीरे धीरे लॉकडाउन को उठाया जाता है तो औद्योगिक गतिविधियों को चलाना मुश्किल होगा और इसकी गति धीमी हो जाएगी।
उन्होंने माना कि सरकार के लिए लॉकडाउन उठाने की योजना बनाना मुश्किल काम है। क्योंकि अर्थव्यवस्था से जुड़ी कई चीजें एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। महिन्द्रा ने कहा कि सरकार की आगे की योजना बड़े पैमाने पर संक्रमण को नियंत्रित करने और टेस्टिंग पर आधारित होनी चाहिए। केवल हॉटस्पॉट और जनता के अतिसंवेदनशील समूह को अलग रखना सही रहेगा।
Research suggests a 49 day lockdown is optimal.If true, then post that duration, I believe the lifting of the lockout should be comprehensive. Containment by exception based on widespread tracking & testing. Isolation only of hotspots & vulnerable segments of the population.(3/3) — anand mahindra (@anandmahindra) April 28, 2020
आनंद महिन्द्रा ने कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने कहा, 'रिसर्च से पता चलता है कि 49 दिन का लॉकडाउन काफी है। यदि यह सही है तो इसकी अवधि तय होनी चाहिए, मेरा मानना है कि लॉकडाउन यदि उठाया जाता है तो यह व्यापक स्तर पर होना चाहिए।' महिन्द्रा समूह के चेयरमैन ने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद 'नियंत्रण वाले क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर संक्रमण का पता लगाने और परीक्षण होना चाहिए, जबकि केवल हॉटस्पॉट और जनता के अतिसंवेदनशील वर्ग को ही अलग रखा जाना चाहिए।'
महिन्द्रा ने कहा कि अगर लॉकडाउन को अलग-अलग क्षेत्रों से धीरे-धीरे हटाया जाता है तो इसका मतलब होगा कि औद्योगिक गतिविधियों को चलाना काफी मुश्किल होगा। विनिर्माण कल कारखानों की बात करें तो उसमें यदि एक फीडर कारखाना भी बंद रहता है तो उत्पाद अंतिम स्वरूप नहीं ले पाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन है। यह लॉकडाउन का दूसरा चरण है। सरकार ने 20 अप्रैल से ग्रामीण अंचलों में कारखानों और कुछ अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को राज्यों के निर्देशानुसार जारी करने की छूट दी है।