Q3 में घरों की बिक्री में 30 फीसद की गिरावट, नए लॉन्च में 44 फीसद की कमी- रिपोर्ट
भारत की सिलिकॉन वैली माने जाने वाले बेंगलुरु में बिक्री की संख्या में 50 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अक्टूबर से दिसंबर 2019 के बीच की अवधि में भारत के नौ प्रमुख रेजिडेंशियल रियल एस्टेट बाजारों में नए प्रोजेक्टों के लॉन्च में गिरावट जारी रही। एलारा टेक्नोलॉजीज की कंपनी प्रोपटाइगर की रिपोर्ट के अनुसार इस तिमाही में 44 फीसद की गिरावट हुई है। प्रोपटाइगर डेटालैब्स द्वारा भारत के नौ प्रमुख रियल्टी बाजारों पर एनालिसिस रिपोर्ट रियल इनसाइट वित्तीय वर्ष 2020 के अनुसार, डेवेलपर्स, एनबीएफसी पर वित्तीय जरूरतों को लेकर बहुत निर्भर होते है और एनबीएफसी सेगमेंट से संबंधित समस्याओं के चलते डेवेलपर्स को कर्ज लेने में बहुत दिक्कतों सामना पड़ रहा है। जिसने हॉउसिंग की बिक्री को प्रभावित किया है। इस दोहरे मार के परिणामस्वरूप डेवलपर्स ने तिमाही के दौरान नए प्रोजेक्ट लांच करने में सर्तकता बरती।
एलारा टेक्नोलॉजीज देश की फुल स्टैक रियल स्टेट टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है और साथ ही प्रोप्टाइगर डॉट कॉम हाउसिंग डॉट कॉम मकान.कॉम की मालिकाना कंपनी है, इसके ग्रुप सीईओ ध्रुव अगरवाला ने कहा 'रियल एस्टेट बाजार में विकास को गति प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए कई उपायों ने बहुत थोड़ा प्रभाव डाला है। जीडीपी में रियल एस्टेट का बहुत बड़ा योगदान होता है, जो की जुलाई-सितंबर की अवधि में 4.5 फीसद रही, हम सरकार से आगे भी सहायता की उम्मीद करते हैं जो खरीदारों को रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी। 1 फरवरी को पेश होने वाले केंद्रीय बजट में हम वित्त मंत्री से अपेक्षा करते हैं कि वे ऐसे उपायों की घोषणा करेंगे, जो व्यक्तिगत करदाताओं के लिए उच्च बचत करने में सक्षम होगी और इस प्रकार उन्हें प्रॉपर्टी निवेश में वापस लाने के लिए प्रेरित करेगी।'
शहरों में बिक्री में आई गिरावट
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान इन बाजारों में हॉउसिंग की बिक्री भी 30 फीसद सालाना गिर गई, जबकि सरकार द्वारा खरीदारों के सेंटीमेंट्स को पुनर्जीवित करने के लिए कई घोषणाएं की गई थी। पिछले वर्ष की तिमाही के दौरान बिकने वाली 91,464 इकाइयों की तुलना में इस साल क्यू3 में नौ प्रमुख शहरों में 64,034 घरों की बिक्री हुई। मुंबई ने कुल बिक्री संख्या में लगभग 40 फीसद का योगदान किया था। पूरे देश में बिक्री में गिरावट देखी गई है, जो राष्ट्रीय परिदृष्य दिखाती है। भारत की सिलिकॉन वैली माने जाने वाले बेंगलुरु में बिक्री की संख्या में 50 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।
पिछले वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों की तुलना में मौजूदा समय में वित्त वर्ष की इसी अवधि में बिक्री में 13 फीसद की गिरावट आई। पिछले वर्ष 263,294 इकाइयों की तुलना में, इस वर्ष केवल 228,220 आवास इकाइयां बेची गईं।
इन्वेंटरी में 12 फीसद की गिरावट आई
चूंकि खरीदारों ने तैयार घरों को खरीदने में ज्यादा रूचि दिखाई है तिमाही के दौरान इन्वेंट्री स्तरों में 12 फीसद की गिरावट आई। पिछले साल की इसी अवधि में 8.83 लाख अनसोल्ड हाउसिंग यूनिट्स थे जो क्यू3 वित्तीय वर्ष 2020 में 7.75 लाख बचा हुआ है। मुंबई और पुणे मिलकर इस अनसोल्ड स्टॉक का 57 फीसदी योगदान देते हैं। साथ ही, इसमें आधी इकाइयाँ अफोर्डेबल होम (45 लाख रुपये से कम कीमत वाली इकाइयां) हैं। मौजूदा बिक्री की गति को देखते हुए, बिल्डरों को मौजूदा स्टॉक को बेचने में 29 महीने लगेंगे। 2020 में 5 लाख से अधिक नई इकाइयां डिलीवर होगी
कैलेंडर वर्ष 2019 में नौ प्रमुख शहरों में कुल 5.33 लाख इकाइयां डिलीवर की गईं, और अन्य 5.45 लाख इकाइयों को 2020 के दौरान डिलीवर किए जाने की उम्मीद है।
कोलकाता, गुरुग्राम में सबसे ज्यादा लॉन्च में गिरावट
Q3 वित्तीय वर्ष 2020 में केवल 41,133 इकाइयां लॉन्च की गईं, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 73,226 इकाइयां लांच की गई थीं। कोलकाता और गुरुग्राम में क्रमश: 79 और 74 फीसदी की गिरावट के साथ नए लॉन्च बाजारों में गिरे। डेटा के अनुसार नए लॉन्च का लगभग 40 फीसद भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में हुआ है।
पूरे लांच का करीबन 52 फीसदी यूनिट अर्फोडेबल हाउसिंग सेगमेंट में लांच की गई। पिछले वित्तीय वर्ष (अप्रैल-दिसंबर) के पहले नौ महीनों की तुलना में मौजूदा वित्त वर्ष में इसी अवधि के दौरान लॉन्च में 32 फीसद की गिरावट आई है। जबकि पिछले वर्ष अप्रैल से दिसंबर के बीच 215,596 इकाइयाँ लॉन्च हुई थीं, इस साल इसी अवधि में 145,852 इकाइयां लॉन्च की गईं।
शहरों में कीमतों में इजाफा, हैदराबाद में 13 फीसद बढ़ी
13 फीसद की औसत से संपत्ति के मूल्यों में सबसे अधिक वृद्धि हैदराबाद में दर्ज की गई, जबकि गुरुग्राम और अहमदाबाद में भी क्रमशः 6 और 5 फीसद दर्ज किए गए। अन्य शहरों में, कीमतों में केवल 1-3 फीसद के बीच मामूली वृद्धि देखी गई।
(एनालिसिस में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, गुरुग्राम (भिवाड़ी, धारूहेड़ा और सोहना सहित), हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई (नवी मुंबई और ठाणे सहित), नोएडा (ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे सहित) और पुणे शामिल हैं।)