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अमेजन और वालमार्ट ने भारत के रिटेल सेक्टर से लगाई हैं बड़ी उम्मीदें, सेक्टर में बढ़ेगी स्पर्धा

इस वर्ष सालाना आमसभा में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिटेल कारोबार में कंपनी रणनीतिक सहयोगी की तलाश में है। PC Pixabay

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Mon, 31 Aug 2020 11:11 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2020 11:23 AM (IST)
अमेजन और वालमार्ट ने भारत के रिटेल सेक्टर से लगाई हैं बड़ी उम्मीदें, सेक्टर में बढ़ेगी स्पर्धा
अमेजन और वालमार्ट ने भारत के रिटेल सेक्टर से लगाई हैं बड़ी उम्मीदें, सेक्टर में बढ़ेगी स्पर्धा

नई दिल्ली, पीटीआइ। मुकेश अंबानी नियंत्रित रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) द्वारा फ्यूचर ग्रुप के अधिकांश कारोबार के अधिग्रहण से देश के रिटेल सेक्टर में स्पर्धा काफी बढ़ जाएगी। इसकी वजह यह है कि अमेरिका के दो प्रमुख रिटेल दिग्गजों ने भारत से बड़ी उम्मीदें लगाई हुई हैं। एक तरफ अमेजन इंक ने भारत में 550 करोड़ डॉलर (लगभग 38,500 करोड़ रुपये) के निवेश का वादा किया हुआ है। दूसरी तरफ दो वर्ष पहले ही वालमार्ट ने 1,600 करोड़ डॉलर (लगभग 1.1 लाख करोड़ रुपये) में ऑनलाइन मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट की अधिसंख्य हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है।

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इस सौदे का साया अब फ्यूचर ग्रुप और अमेजन के बीच हुए करार पर भी दिखने वाला है। पिछले वर्ष अगस्त में अमेजन ने फ्यूचर कूपंस लिमिटेड में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी के माध्यम से फ्यूचर रिटेल का 1.3 प्रतिशत हिस्सा खरीदा था। इस सौदे के माध्यम से अमेजन को यह सुविधा मिली थी कि वह तीन वर्षो के बाद और 10 वर्षो के भीतर फ्यूचर रिटेल में हिस्सेदारी खरीदे। फ्यूचर ग्रुप और अमेजन का यह रिश्ता तब और मजबूत हुआ जब इस वर्ष जनवरी में फ्यूचर रिटेल के स्टोर्स के लिए अमेजन ऑनलाइन पार्टनर बनी।

गौरतलब है कि आरआइएल के कुल राजस्व में रिटेल कारोबार का करीब चौथाई हिस्सा है। इस वर्ष सालाना आमसभा में कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि रिटेल कारोबार में कंपनी रणनीतिक सहयोगी की तलाश में है। कंपनी अगले पांच वर्षो के अंदर आइपीओ भी ला सकती है।

नवीनतम सौदे के बारे में रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा कि फ्यूचर ग्रुप ने देश में ऑर्गनाइज्ड रिटेल के विकास और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस सौदे के माध्यम से हम फ्यूचर ग्रुप के बिजनेस इकोसिस्टम को संरक्षित करने में मदद करेंगे।

ऐसे होगा सौदा

फ्यूचर रिटेल, फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस, फ्यूचर कंज्यूमर, फ्यूचर सप्लाई चेन, फ्यूचर मार्केट नेटव‌र्क्स का विलय फ्यूचर इंटरप्राइजेज लिमिटेड (एफईएल) में होगा- बिग बाजार, एफबीबी, फूडहॉल, इजीडे, नीलगिरिज, सेंट्रल, ब्रांड फैक्ट्री, हैरिटेज फ्रैश व डब्ल्यूएचस्मिथ के सभी स्टोर्स अब रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) की सहायक शाखा रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (आरआरएफएलएल) का हिस्सा हो जाएंगे। फ्यूचर ग्रुप के फाइनेंशियल और इंश्योरेंस बिजनेस इस सौदे का हिस्सा नहीं हैं।

ऐसा रहा फ्यूचर ग्रुप का सफर

1987 में पेंटालूंस नाम से फॉर्मल ट्राउजर ब्रांड शुरू किया। 1991 में बेयर नाम से डेनिम ब्रांड लांच किया। इसी वर्ष पेंटालून फैशंस इंडिया लिमिटेड की स्थापना हुई। 1992 में कंपनी आइपीओ लाई। 1997 में पेंटालून का पहला मॉडर्न स्टोर कोलकाता में खुला। 2001 में बिग बाजार, 2002 में फूड बाजार और 2004 में सेंट्रल फॉर्मेट की शुरुआत हुई। 2006 में कंपनी ने बिग बाजार के अंदर नवरस नाम से ज्वैलरी स्टोर और होम बिल्डिंग क्षेत्र में होम टाउन नाम से अलग फॉर्मेट की शुरुआत की। 2012 में कंपनी ने फूडहॉल शुरू किया, इसी वर्ष मुंबई में होम डिलिवरी सेवा शुरू की। 2014 में कंपनी ने अमेजन से गठजोड़ किया।


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