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Health Insurance पॉलिसी का चुनाव करते समय हमेशा ध्यान रखें ये 5 बातें, फायदे में रहेंगे आप

Health Insurance Policy में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में कुछ गंभीर बीमारियों पर क्लेम की राशि अपेक्षाकृत कम होती है। ग्राहक को बीमा पॉलिसी लेने से पहले इस बारे में पता कर लेना चाहिए।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 03:26 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 06:58 AM (IST)
Health Insurance पॉलिसी का चुनाव करते समय हमेशा ध्यान रखें ये 5 बातें, फायदे में रहेंगे आप
Health Insurance ( P C : Pixabay )

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मौजूदा समय में हर किसी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना काफी आवश्यक हो गया है। नए ग्राहकों के लिए एक सही इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनना काफी महत्वपूर्ण होता है। बाजार में सर्वे करके और अपनी आवश्यकताओं को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस का चुनाव करना चाहिए। आइए कुछ ऐसी बातें जानते हैं, जो हमें हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय ध्यान रखनी चाहिए।

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कवर हो मौजूदा बीमारी

ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं। कुछ कंपनियां तो अपनी पॉलिसीज में बीमाधारक की मौजूदा बीमारी को कवर करती है और कुछ नहीं करती। हमेशा उस बीमा योजना का चुनाव करना अच्छा होता है, जो ग्राहक की मौजूदा बीमारी को कवर करती हो और जिसमें कम वेटिंग पीरियड हो।

क्लेम की राशि

बीमा पॉलिसी में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में कुछ गंभीर बीमारियों पर क्लेम की राशि अपेक्षाकृत कम होती है। ग्राहक को बीमा पॉलिसी लेने से पहले इस बारे में पता कर लेना चाहिए। इसके लिए ग्राहक को गंभीर बीमारी की कवर लिस्ट सहित सभी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।

भुगतान की सीमा

ग्राहक के लिए हमेशा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसीज चुनना बेहतर साबित होता है, जो अस्पताल में भर्ती होने के बाद का पूरा खर्च कवर करे। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में एक सीमा के बाद कमरे या आईसीयू का भुगतान पॉलिसीधारक को स्वयं ही करना पड़ता है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले ग्राहक को इस बारे में जान लेना चाहिए

प्रीमियम पर छूट

बाजार में उपलब्ध कई बीमा पॉलिसीज में अधिकतम पॉलिसी टर्म पर एकमुश्त प्रीमियम जमा कराने पर छूट दी जाती है। पॉलिसी टर्म अधिकतम तीन साल का हो सकता है। ग्राहक एक साथ प्रीमियम जमा कर इस छूट का लाभ ले सकते हैं।

को-पेमेंट क्लॉज

को-पेमेंट वह राशि होती है, जिसका भुगतान स्वयं पॉलिसीधारक को बीमित सेवाओं के लिए करना होता है। यह राशि पहले से तय होती है। सीनियर सिटीजंस के लिए बाजार में उपबल्ध अधिकांश बीमा पॉलिसीज को-पेमेंट की शर्त के साथ ही आती हैं। ऐसे में ग्राहक को वह बीमा पॉलिसी चुननी चाहिए, जिसमें उसे कम से कम को-पमेंट देना पड़े। इसके अलावा ग्राहक को-पमेंट की शर्त को हटाने का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसके लिए ग्राहक को अतिरिक्त प्रीमियम देना होता है।


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