कारोबारियों की संतुष्टि के बाद ही आएगा ई-वे बिल: अजय भूषण पांडेय
GSTN के चेयरमैन ने बताया जब तक सभी भागीदार संतुष्ट नहीं हो जाते, ई-वे बिल को अमल में नहीं लाया जाएगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जीएसटी नेटवर्क के चेयरमैन अजय भूषण पांडेय ने बुधवार को कारोबारियों को भरोसा दिलाया कि जब तक सभी भागीदार संतुष्ट नहीं हो जाते, ई-वे बिल को अमल में नहीं लाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘जब सिस्टम पूरी तरह तैयार हो जाएगा। साझीदार इससे परिचित व संतुष्ट हो जाएंगे, हम ई-वे बिल को अमल में ले आएंगे। कोशिश है कि अब अमल में लाने के बाद सिस्टम पड़ने वाला बोझ झेल सके और साझीदार संतुष्ट हों।’
वस्तु एवं सेवा कर के तहत 50,000 रुपये से ज्यादा मूल्य के माल ढोने वाले ट्रांसपोर्टर को इलेक्ट्रॉनिक बिल या ई-बिल लेकर चलना अनिवार्य किया गया है। गौरतलब है कि जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) ने पखवाड़े भर के पायलट परीक्षण के बाद इस महीने की पहली तारीख को ई-वे बिल सिस्टम लांच किया था। लेकिन तकनीकी बाधाओं के चलते उसी दिन वापस ले लिया गया। उसके बाद वित्त मंत्रालय ने कंपनी से ई-वे बिल की तैयारियों पर रिपोर्ट मांगी थी। जीएसटीएन को हिदायत दी थी कि पूरी तैयारी के बिना दोबारा लांच नहीं किया जाए।
भर्ती मरीजों को हस्पताल के खाने पर जीएसटी नहीं
सरकार ने कहा है कि किसी भी अस्पताल में भर्ती मरीजों को अस्पताल की तरफ से दिए जाने वाले भोजन के दाम पर जीएसटी नहीं लगाया जाएगा। लेकिन जो भर्ती नहीं हैं, उन्हें ऐसी छूट नहीं मिलेगी। राजस्व विभाग ने यह भी कहा कि अगर कोई हॉस्पिटल बाहर से वरिष्ठ डॉक्टरों, सलाहकारों या टेक्नीशियन को बुलाता है, तो उनकी सेवाओं पर मरीज से जीएसटी नहीं ली जाएगी।