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3जी सर्विस बंद कर 4जी पर फोकस करेगा एयरटेल, कंपनी के शेयर्स पर दिखा असर

भारती एयरटेल आने वाले वर्षों में केवल 4जी सर्विसेज पर ध्यान देगी

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 02 Nov 2017 01:27 PM (IST)Updated: Thu, 02 Nov 2017 01:27 PM (IST)
3जी सर्विस बंद कर 4जी पर फोकस करेगा एयरटेल, कंपनी के शेयर्स पर दिखा असर
3जी सर्विस बंद कर 4जी पर फोकस करेगा एयरटेल, कंपनी के शेयर्स पर दिखा असर

नई दिल्ली (जेएनएन)। मोबाइल कंपनियों के बीच अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को जोड़ने की दौड़ में टेलिकॉम क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारती एयरटेल आने वाले वर्षों में अपने 3जी नेटवर्क को बंद कर सकती है। 3जी बंद होने के बाद कंपनी केवल 2जी और 4जी सेवाएं ही प्रदान करेंगी। खबरों की मानें तो कंपनी 3जी नेटवर्क से जुड़े स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल 4G सेवाओं के लिए कर सकती है। यह जानकारी एयरटेल की तरफ से साझा की गई है।

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एयरटेल ने साझा की जानकारी-
एयरटेल के प्रबंध निदेशक व सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा, “कंपनी 3जी पर फिलहाल कुछ भी खर्च नहीं कर रही है। हमारा मानना है कि आने वाले 3 से 4 वर्षों में यह सर्विस 2जी के मुकाबले तेजी से बंद हो जाएगी। ऐसा इसलिए भी हैं, क्योंकि भारत में 50 फीसद फीचर फोन्स शिप किए जा रहे हैं, जिनमें 2जी सर्विस ही इस्तेमाल की जा सकती है।”

इस खबर के बाद बीएसई पर भारती एयरटेल के शेयर्स 0.54 फीसद की गिरावट के साथ 535.50 के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। शेयर्स का दिन का उच्चतम स्तर 548.50 का और निम्नतम 530 का स्तर रह है। कंपनी के शेयर्स ने 52 हफ्तों का उच्चतम 548.50 का स्तर और निम्नतम 283.95 का स्तर रहा है।

4जी तकनीक में कंपनी कर रही है निवेश-
गोपाल विट्टल ने बताया कि कंपनी अपने नेटवर्क की डाटा क्षमता को बढ़ाने के लिए 4जी तकनीक में निवेश कर रही है। कंपनी 3जी सर्विस के 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड को 4जी सर्विस के लिए इस्तेमाल करेगी। कंपनी के पास कुछ पुरानी प्योर 3जी रेडियो यूनिट्स हैं, जिन्हें रिप्लेस करने की जरुरत है। इसमें कुछ समय लग सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ टेलिकॉम कंपनियों ने मॉर्डन 3जी इक्यूपमेंट्स इंस्टॉल किए हैं, जो 4जी सर्विस को सपोर्ट करते हैं।

ऐसे रहे भारती एयरटेल के नतीजे-
सितंबर तिमाही में भारती एयरटेल को 343 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में उसे 1,461 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल हुआ था। कंपनी के ऑपरेटिंग फ्री कैश फ्लो में भी 87 फीसद की भारी गिरावट देखने को मिली है। इस बार सितंबर तिमाही में ऑपरेटिंग कैश फ्लो सिर्फ 520 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है, जबकि पिछले साल यह 4,179 करोड़ रुपये था। वहीं, अगर आय की बात करें तो दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 104 फीसद घटकर 21,777 करोड़ रुपये रहा। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 24,650 करोड़ की आय हुई थी।


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