एयर इंडिया ने सात और कर्मी निकाले
एयर इंडिया ने काम के प्रति लापरवाही बरतने वाले सात और कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ये सभी केबिन क्रू सदस्य हैं। सरकारी एयरलाइन इससे पहले दस एयर होस्टेस को लेटलतीफी के आरोप में निकाल चुकी है। इस तरह हफ्ते के भीतर निकाले गए केबिन क्रू कर्मियों की संख्या 17 हो गई है। इन कर्मच
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। एयर इंडिया ने काम के प्रति लापरवाही बरतने वाले सात और कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ये सभी केबिन क्रू सदस्य हैं। सरकारी एयरलाइन इससे पहले दस एयर होस्टेस को लेटलतीफी के आरोप में निकाल चुकी है। इस तरह हफ्ते के भीतर निकाले गए केबिन क्रू कर्मियों की संख्या 17 हो गई है।
इन कर्मचारियों को ड्यूटी पर देर से पहुंचने और अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वाह न करने के कारण निकाला गया है। यह पहला मौका है जब एयर इंडिया लापरवाह कर्मचारियों के प्रति इतनी सख्त कार्रवाई की है। इन सत्रह कर्मचारियों में से नौ स्थायी कर्मचारी हैं। माना जा रहा है कि इन्हें निकाले जाने से एयर इंडिया को कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
सरकारी विमानन कंपनी के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार अनुशासनहीन कर्मचारियों के साथ सख्ती करना इसलिए जरूरी हो गया है, क्योंकि एयरलाइन वित्तीय संकटों का सामना कर रही है। लापरवाह कर्मियों के कारण इसे और बढ़ने नहीं दिया जा सकता। एयर इंडिया को वित्तीय संकट से उबारने के लिए सरकार ने 30 हजार करोड़ रुपये का पुनरोद्धार पैकेज जिन शर्तो पर दिया था, उनमें कर्मियों को अनुशासित कर उनके कार्यप्रदर्शन में सुधार लाना भी शामिल है। वैसे भी भारतीय एयरलाइन उद्योग में प्रतिस्पद्र्धा बढ़ रही है। एयर एशिया और टाटा-सिया जैसी नई एयरलाइनों के प्रवेश से प्रॉफिट मार्जिन में कमी आना तय है। ऐसे में ग्राहकों को नाराज करने वाली गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
कंपनी में कर्मियों की अनुशासनहीनता के मामले इस साल बढ़े हैं। बीती 13 फरवरी को दिल्ली से ऑस्ट्रेलिया जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट इसलिए लेट हो गई, क्योंकि तीन एयर होस्टेस समय पर टर्मिनल-3 नहीं पहुंची थीं। इसके बाद 20 फरवरी को एयर इंडिया प्रबंधन ने नोटिस जारी कर आगाह किया कि जो कर्मचारी समय से ड्यूटी पर रिपोर्ट नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार एयरलाइन के दिल्ली में तैनात कई केबिन क्रू कर्मियों में देर से एयरपोर्ट पहुंचने की आदत है। ऐसे कर्मचारी प्राय: अपने राजनीतिक संपर्को का नाजायज फायदा उठाते हैं।