बीते वर्षों में बजट के बाद कुछ घंटों तक शेयर बाजार चढ़ते थे, इस बार सप्ताहभर रौनक रही: सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजारों ने अगले वित्त वर्ष के बजट पर बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। इसी वजह से पिछले एक सप्ताह के दौरान बीएसई और एनएसई के प्रमुख सूचकांकों में 11 फीसद तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजारों ने अगले वित्त वर्ष के बजट पर बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। इसी वजह से पिछले एक सप्ताह के दौरान बीएसई और एनएसई के प्रमुख सूचकांकों में 11 फीसद तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वित्त मंत्री का कहना था कि बजट ने निजी क्षेत्रों की अधिक भागीदारी सुनिश्चित की है, उद्यमिता को बढ़ावा देने की गुंजाइश पैदा की है और खर्च के उद्देश्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित की है। इसके साथ ही उन क्षेत्रों के लिए नीति भी लाई गई है, सरकार जिनसे दूर रहना चाहती है।
उद्योग संगठन इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी) के एक कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने कहा, 'अतीत में अगर शेयर बाजारों का रुख बजट पेश करने के कुछ घंटों तक भी सकारात्मक रह जाता था तो उसे अच्छा संकेत माना जाता था। अगर बाजार दिनभर तेजी दिखाते थे तो लोग मानते थे कि बजट अच्छा है। शेयर बाजारों का अच्छा प्रदर्शन ही बेहतर बजट की निशानी होता था। मैं मानती हूं कि अगले वित्त वर्ष के लिए हाल ही में पेश बजट के सभी पहलुओं को शेयर बाजारों ने सकारात्मक रूप से लिया है। इसलिए उनमें पूरे सप्ताह उछाल दर्ज किया गया है। यह उछाल कोई एक-दो फीसद नहीं, बल्कि लगभग 11 फीसद है।'
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने करदाताओं में विश्वास बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार मानती है कि करदाताओं की संख्या बढ़ाने और अनुपालन पर जोर देने से टैक्स संग्रह बढ़ाया जा सकता है। यही वजह है कि सरकार ने करदाताओं की समस्याओं के निराकरण के लिए तकनीक के उपयोग को बढ़ावा दिया है।
इस बीच, वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राज्यसभा को बताया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान एशियाई मुद्राओं में भारतीय रुपया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दो फरवरी से अब तक डॉलर के मुकाबले रुपये में 3.53 फीसद की मजबूती दर्ज की गई है।