आदित्य पुरी ने HDFC Bank के शेयरों की बिक्री के जरिए जुटाए 842 करोड़ रुपये, 0.01 फीसद रह गई है बैंक में उनकी हिस्सेदारी
HDFC Bank के प्रमुख आदित्य पुरी वित्त वर्ष 2019-20 में सबसे ज्यादा वेतन-भत्ता प्राप्त करने वाले बैंकर के रूप में उभरे हैं। (PC ANI)
मुंबई, पीटीआइ। HDFC Bank के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी ने पिछले सप्ताह निजी बैंक के अपने 74.20 लाख शेयरों की बिक्री के जरिए 842.87 करोड़ रुपये जुटाए हैं। शेयर बाजारों को यह जानकारी दी गई है। 21 से 23 जुलाई के बीच पुरी द्वारा शेयरों को बेचे जाने से बैंक में पुरी की हिस्सेदारी 0.14 फीसद से घटकर महज 0.01 फीसद रह गई है। पुरी ने अपने रिटायरमेंट से कुछ माह पहले शेयरों की यह बिक्री की है। पुरी पिछले 25 साल से भी अधिक समय से बैंक का नेतृत्व कर रहे हैं। HDFC Bank को संपत्ति के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक बनाने का श्रेय पुरी को दिया जाता है।
पुरी के पास बैंक के 77.96 लाख शेयर थे, जिनमें से उन्होंने 74.20 लाख शेयरों की बिक्री की है। अब पुरी के पास बैंक के 3.76 लाख शेयर रह गए हैं। शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के समय बैंक के शेयरों के भाव के लिहाज से देखा जाए तो पुरी के पास करीब 42 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर रह गए हैं।
बैंक के एक प्रवक्ता ने इस बारे में कहा कि ये शेयर पुरी को अलग-अलग समय में आवंटित किए गए थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये शेयरों के अंकित मूल्य पर उन्हें जारी नहीं किए गए थे।
उल्लेखनीय है कि पुरी वित्त वर्ष 2019-20 में सबसे ज्यादा वेतन-भत्ता प्राप्त करने वाले बैंकर के रूप में उभरे हैं। पिछले वित्त वर्ष में उनकी कुल आमदनी 20 फीसद की बढ़त के साथ 18.92 करोड़ रुपये पर रही। उन्होंने स्टॉक ऑप्शन का लाभ उठाते हुए वित्त वर्ष 2019-20 में 161.56 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2018-29 में 42.20 करोड़ रुपये हासिल किए।
कोरोनावायरस महामारी से जुड़े भय के चलते 24 मार्च, 2020 को HDFC Bank के शेयर का भाव गिरकर 765 रुपये पर रह गया था। उसके बाद से अब तक बैंक के शेयर के दाम में 46 फीसद की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है।