आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्युचुअल फंड ने लॉन्च किया निफ्टी हेल्थकेयर ETF, 500 रुपये से कर सकते हैं निवेश
नीति आयोग की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार फार्मा सेक्टर में ग्रोथ का साइज 2030 तक 12.88 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है जो अभी 4.84 लाख करोड़ रुपए का है। इसका कारण बढ़ती इनकम स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरुकता और बीमा की पहुंच है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्युचुअल फंड ने निफ्टी हेल्थकेयर ETF लॉन्च किया है। यह एक ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है। यह निफ्टी हेल्थकेयर TRI (टोटल रिटर्न इंडेक्स) को ट्रैक करेगा। नया फंड ऑफर (NFO) 8 अक्टूबर को खुला है और 20 अक्टूबर को बंद होगा। इस स्कीम का उद्देश्य हेल्थकेयर सेक्टर में अवसर का फायदा उठाना और लंबी अवधि में निवेशकों के निवेश को बढ़ाना है। आदित्य बिड़ला सन लाइफ हेल्थकेयर ETF निवेशकों को अच्छी तरह से एक विविधीकृत इंडेक्स और उससे जुड़े ऐसे सेक्टर तक पहुंच बनाने में मदद करेगा, जिसमें मजबूत विकास प्रदर्शन करने की क्षमता है और जो अर्थव्यवस्था का प्रमुख हिस्सा है।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ का हेल्थकेयर ETF निवेशकों को इस सेक्टर से लंबी अवधि में फायदा देने का विकल्प दे रहा है। इसमें कम से कम 500 रुपये और फिर 100 रुपये के गुणक में निवेश किया जा सकता है।
निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स में ज्यादा से ज्यादा 20 ट्रेड करने वाले स्टॉक होते हैं। इसका एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियां और अच्छी तरह से विविधीकृत सब सेक्टर में अलोकेशन होता है। इसमें फार्मा, हॉस्पिटल्स, मेडिकल डिवाइसेस और सप्लाई, लैबोरेटरीज और डायग्नोस्टिक्स के साथ-साथ मेडिकल इंश्योरेंस के कारोबार में शामिल कंपनियां होती हैं। इस इंडेक्स में फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन का तरीका अपनाया जाता है। यह हर छमाही में फिर से चुना जाता है।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ असेट मैनेजमेंट के MD एवं CEO ए. बालासुब्रमणियन ने कहा कि हेल्थकेयर रेवेन्यू, एक्सपोर्ट और रोजगार पैदा करने में भारत के प्रमुख सेक्टर्स में से एक है। इसकी बढ़त हेल्थकेयर कंपनियों के मार्केट में प्रदर्शन को दिखाती है। निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स अपनी बेस तारीख से 9 गुना से ज्यादा बढ़ा है। जबकि निफ्टी इसी समय में 8 गुना बढ़ा है। इसने 3 और 10 सालों में 10% से ज्यादा रिटर्न दिया है।
उन्होंने कहा कि जैसा कि यह पैसिव फंड है, यह निवेश की लागत को कम करता है और स्टॉक के चयन की जरूरतों को पूरा करता है। इस सेक्टर की ग्रोथ की यात्रा में निवेशकों के शामिल होने के लिए हेल्थकेयर ETF एक आसान रास्ता है। हेल्थकेयर सेक्टर एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था के लिए फाउंडेशन का काम करता है।
नीति आयोग की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, फार्मा सेक्टर में ग्रोथ का साइज 2030 तक 12.88 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है जो अभी 4.84 लाख करोड़ रुपए का है। इसका कारण बढ़ती इनकम, स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरुकता और बीमा की पहुंच है। सरकार का उद्देश्य हेल्थकेयर में होने वाले खर्च को GDP की तुलना में 2025 तक 2.5% करने का है। साथ ही भारत को ग्लोबल हेल्थकेयर हब बनाना है।