अदाणी विल्मर के IPO को पहले दिन खुदरा निवेशकों से 57 फीसद सब्सक्रिप्शन मिला
टॉप-एंड पर कंपनी का मार्केट कैप लगभग 30000 करोड़ रुपये होगा। अडानी विल्मर आईपीओ के जरिए 3600 करोड़ रुपये नई पूंजी जुटा रही है। कंपनी पहले ही एंकर निवेशकों को 940 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित कर चुकी है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अदाणी विल्मर के आईपीओ को पहले दिन 57 फीसद सब्सक्रिप्शन मिला। स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक आईपीओ के संस्थागत निवेशक हिस्से को 30 फीसद, उच्च नेटवर्थ वाले व्यक्तिगत हिस्से को 54 फीसद और खुदरा कोटा को 96 फीसद सब्सक्राइब किया गया। अदाणी समूह की फर्म ने आईपीओ के लिए 218-230 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। टॉप-एंड पर कंपनी का मार्केट कैप लगभग 30,000 करोड़ रुपये होगा। अडानी विल्मर आईपीओ के जरिए 3,600 करोड़ रुपये नई पूंजी जुटा रही है। कंपनी पहले ही एंकर निवेशकों को 940 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित कर चुकी है।
कंपनी की IPO के जरिए पूंजी बाजार से 3,600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) के अनुसार, कंपनी ने पूंजीगत व्यय के लिए 1,900 करोड़ रुपये, अपने उधार के पुनर्भुगतान/पूर्व भुगतान के लिए 1,058.9 करोड़ रुपये और रणनीतिक अधिग्रहण तथा निवेश के वित्त पोषण के लिए 450 करोड़ रुपये का उपयोग करने का प्रस्ताव रखा है।
वित्तीय मोर्चे पर, अदाणी विल्मर लिमिटेड का राजस्व चालू वित्त वर्ष में सितंबर को समाप्त छह महीनों में बढ़कर 24,957.28 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 16,273.73 करोड़ रुपये था। इसी अवधि में मुनाफा 288.78 करोड़ रुपये से बढ़कर 357.13 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने पूरे 2020-21 वित्तीय वर्ष में 37,195.65 करोड़ रुपये का राजस्व और 728 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
फॉर्च्यून ब्रांड के तहत कुकिंग ऑयल बेचने वाली एफएमसीजी कंपनी गौतम अदाणी के अदाणी ग्रुप और सिंगापुर स्थित विल्मर ग्रुप के बीच 50-50 का संयुक्त उपक्रम है। बता दें कि कंपनी खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल, दाल और चीनी सहित भारतीय उपभोक्ताओं के लिए आवश्यक रसोई वस्तुओं की बिक्री करती है।