Adani Group की कंपनियों के शेयरों ने इस अवधि में दिया 100 फीसद से ज्यादा रिटर्नः Gautam Adani
वित्त वर्ष 2021-22 के पहले सप्ताह में Adani Group का बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) 100 बिलियन डॉलर के पार पहुंच गया था। कंपनी के चेयरमैन गौतम अडाणी ने सोमवार को यह कहा। उन्होंने सूचित किया कि Adani के सभी स्टॉक ने 100 फीसद से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। वित्त वर्ष 2021-22 के पहले सप्ताह में Adani Group का बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) 100 बिलियन डॉलर के पार पहुंच गया था। कंपनी के चेयरमैन गौतम अडाणी ने सोमवार को यह कहा। Adani Group के एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) 2021 में शेयरहोल्डर्स को वर्चुअल माध्यम से संबंधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह 'Milestone' हासिल करने वाला Adani Group पहली पीढ़ी का पहला कारोबारी समूह है।
उन्होंने कहा, ''हमारी सूचीबद्ध इकाइयों के प्रदर्शन से नए वित्त वर्ष के पहले हफ्ते में हमारा पोर्टफोलियो बाजार पूंजीकरण के मामले में 100 बिलियन डॉलर को पार कर गया। यह माइलस्टोन वैल्यूएशन किसी भी प्रथम पीढ़ी की भारतीय कंपनी ने पहली बार हासिल किया।''
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में समूह के लिस्टेड पोर्टफोलियो का एकीकृत EBITDA (अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, Depreciation एवं Amortization) 32,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा। इस तरह कंपनी ने इस मामले में सालाना आधार पर 22 फीसद का ग्रोथ हासिल किया।
सभी कंपनियों ने दिया 100% से ज्यादा रिटर्न
उन्होंने साथ ही सूचित किया कि Adani के सभी स्टॉक ने 100 फीसद से ज्यादा का रिटर्न दिया है। Adani Group की शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कंपनियों में Adani Enterprises, Adani Total Gas, Adani Green, Adani Power और Adani Ports प्रमुख हैं।
अडाणी ने चालू वित्त वर्ष को 'बड़े बदलाव लाने वाला' करार दिया। उन्होंने कहा कि 2020 में Adani Green Energy Limited (AGEL) दुनिया की सबसे बड़ी सोलर कंपनी बन गई।
Adani Group के प्रमुख ने कहा कि अगले दो दशक में भारत 15 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा बड़ी इकोनॉमी होगी।
उन्होंने कहा, ''इतिहास ने यह दिखाया है कि हर महामारी से जुड़े संकट से कई तरह के सबक निकलकर सामने आते हैं.....। भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनेगा और अगले दो दशक में 15 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा बड़ी इकोनॉमी होगा। भारत का उभार खपत और बाजार पूंजीकरण दोनों लिहाज से सबसे बड़े वैश्विक बाजार के रूप में होगा।''