ऑटोमोबाइल सेक्टर में इलेक्ट्रॉनिक कारों की रेस
ऑटोमोबाइल सेक्टर की ग्लोबल कंपनियां मुकम्मल तौर पर नए जेनरेशन की इलेक्ट्रिक कारें तैयार कर रही हैं।
नई दिल्ली। ऑटोमोबाइल सेक्टर की ग्लोबल कंपनियां मुकम्मल तौर पर नए जेनरेशन की इलेक्ट्रिक कारें तैयार कर रही हैं। इनकी ड्राइविंग रेंज निसान लीफ के मुकाबले दोगुनी से ज्यादा होगी।
कम से कम चार बड़ी कंपनियां ऐसी इलेक्ट्रिक कारें बना रही हैं, जो आम लोगों की पहुंच के भीतर होंगी। जनरल मोटर्स, फोर्ड मोटर और फॉक्सवैगन ड्राइविंग रेंज के मामले में टेस्ला मोटर्स की बराबरी करने की जुगत में हैं। एक बार चार्ज होने के बाद 322 किलोमीटर तक चलने वाली सस्ती इलेक्ट्रिक कारों की जिस ड्राइविंग रेंज पर काम कर रही हैं, वह निसान लीफ की रेंज के मुकाबले दोगुनी से अधिक है।
लीफ की कीमत 29010 डॉलर (1810000 रुपए से अधिक) है। बहरहाल, नई पीढ़ी की इलेक्ट्रिक कारें अगले 2-3 साल के दौरान बाजार में आने की संभावना है, जिनकी कीमतें निसान लीफ के मुकाबले बहुत कम होंगी।
टेस्ला की रेंज सबसे अधिक
टेस्ला की मॉडल एस एक बार चार्ज होने के बाद 427 किलोमीटर चलती है। लेकिन, इसकी कीमत 81 हजार डॉलर (करीब 5054000 रुपए) से शुरू होती है। बाजार में इलेक्ट्रिक कारों के जो किफायती मॉडल उपलब्ध हैं, उनकी ड्राइविंग रेंज महज 121 से लेकर 137 किलोमीटर है। ठंड का मौसम हो या ड्राइवर ने एसी ऑन किया हो, तो रेंज और कम रह जाएगी।
भरोसे की कमी
जिन लोगों को लंबी दूरी तय करनी होती है। उन्हें इस बात की आशंका रहती है कि इलेक्ट्रिक कार कहीं बीच रास्ते में ही बंद न हो जाए। इसीलिए इलेक्ट्रिक कारों के मौजूदा किफायती मॉडल की बिक्री कम है।
2018 तक बढ़ानी होगी मांग
वाहन कंपनियों को साल 2018 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ाने की जरूरत होगी। कारण यह है कि तब तक दुनियाभर के ज्यादातर देशों में ईंधन की खपत घटाने और ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम करने के नियम ज्यादा सख्त हो जाएंगे।
सस्ती कार लाएगी टेस्ला
टेस्ला के सीईओ एलोक मस्क ने पिछले हफ्ते कहा था, 'ग्राहकों का भरोसा जीतने के लिए कम से कम 200 मील (322 किलोमीटर) रेंज होनी चाहिए।' मस्क ने वादा किया है कि वे सस्ती कार मॉडल3 पेश करेंगे, जिसकी कीमत करीब 35000 डॉलर (2184000 रुपए) होगी।