आखिर कैसे होती है कार्ड क्लोनिंग, जान लीजिए आप खुद को इससे कैसे बचा सकते हैं
आरबीआई ने मैगस्ट्रिप कार्ड की जगह ईएमवी चिप-बेस्ड कार्ड का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पिछले कुछ सालों में कार्ड क्लोनिंग एक बड़ा खतरा बनकर उभरा है। पिछले कुछ महीनों में कार्ड क्लोनिंग से जुड़ी कई घटनाएं सामने आई हैं। कार्ड क्लोनिंग की वजह से लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ। कई गिरोह को नकली एटीएम कार्ड का उपयोग कर पैसा लूटने के लिए पकड़ा गया है।
कार्ड क्लोनिंग क्या है?
क्रेडिट कार्ड क्लोनिंग या स्किमिंग में कोई फ्रॉड व्यक्ति आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी जैसे कार्ड नंबर, सीवीवी, पिन, एक्सपायरी डेट, नाम आदि जैसी जानकारी को एकत्रित करता है। इसके बाद उस जानकारी को नकली या फर्जी कार्ड पर कॉपी करता है और उसके बाद क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू कर देता है। पिछले कुछ सालों में वेटर्स, शॉप असिस्टेंट, कुरियर बॉय, पूर्व बैंक कर्मचारी, पेट्रोल पंप कर्मी और एमबीए स्टूडेंट्स को कार्ड की जानकारी चुराने और करोड़ों रुपये का फ्रॉड करने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
कार्ड कैसे क्लोन किए जाते हैं?
कार्ड होल्डर को बिना बताए कार्ड क्लोन करने के लिए स्कैनिंग स्लॉट वाली डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसी मशीन दिखने में PoS मशीनों की जैसी होती है, जिसकी वजह से कार्ड होल्डर को पता भी नहीं चलता और नुकसान हो जाता है। कई जालसाज डिवाइस के जरिए ग्राहकों के क्रेडिट-डेबिट कार्ड स्वाइप करते हैं। फ्रॉड के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इन मशीनों में ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं, जिसमें 3 हजार कार्ड तक की जानकारी रखी जा सकती है।
जब कार्ड की जानकारी स्कैन और कॉपी की जाती है और उसके बाद कार्ड का क्लोन बनाने के लिए किसी एक्सपायर्ड, खाली या चोरी हुए कार्ड पर कॉपी कर सकते हैं। इस क्लोन कार्ड से अब क्रेडिट कार्डधारक के बैंक अकाउंट से लेनदेन करने के लिए किया जा सकता है।
ऐसे कर सकते हैं बचाव: आरबीआई ने मैगस्ट्रिप कार्ड की जगह ईएमवी चिप-बेस्ड कार्ड का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया है। EMV कार्ड में माइक्रोचिप्स होती है। जब कोई इस कार्ड को स्कैन करने की कोशिश करता है तो सिर्फ एन्क्रिप्टेड जानकारी ही मिलती है। वर्तमान में आप मैगस्ट्रिप कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसको बदल कर ईएमवी चिप-बेस्ड कार्ड को इस्तेमाल करें।
सार्वजनिक स्थान पर कार्ड का इस्तेमाल करते वक्त यह देख लें वो जगह कैमरों से छिपी हुई है और ताकि ऐसी जगह पर आपका कार्ड नंबर और कार्ड की अन्य जानकारी आदि किसी और के पास न जाए। पीओएस मशीनों में कार्ड पिन दर्ज करते वक्त उसे अपने हाथ से कवर करना चाहिए।
रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप या अन्य किसी जगह पर पीओएस मशीनों से कार्ड स्वाइप करने के लिए मशीन को ठीक से देख लीजिए। अगर मशीन सामान्य से अधिक भारी है तो किसी और तरह से पेमेंट करने पर विचार कीजिए।
अगर आपका कार्ड क्लोन हो जाता है आपके बैंक से बार-बार कार्ड स्वाइप होने पर कोई जानकारी नहीं मिल रही है तो ऐसे में मंथली स्टेटमेंट के अलावा जानकारी एकत्रित करना का कोई दूसरा तरीका नहीं है। इसलिए हमेशा बैंक अलर्ट जारी रहना चाहिए और समय-समय पर इसे देखना चाहिए।