SBI और ICICI के बाद अब इस बैंक ने भी महंगा किया कर्ज
विजया बैंक ने एमसीएलआर में बढ़ोतरी का फैसला कर लिया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विजया बैंक ने भी मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में बढ़ोतरी का फैसला कर लिया है। चुनिंदा अवधियों के लिए बैंक एमसीएलआर को 0.05 फीसद की दर से बढ़ा रहा है। नियामकीय फाइलिंग में बैंक ने जानकारी दी है कि नई दरें 7 सितंबर, 2018 से लागू हो रही हैं। एक वर्ष की एमसीएलआर को 8.65 फीसद से बढ़ाकर 8.70 फीसद कर दिया गया है। इसी तरह छह, तीन, एक महीने और एक रात वाली एमसीएलआर पर 0.05 फीसद की बढ़ोतरी की गई है।
हालांकि, तीन साल के लोन पर 9.25 फीसद और दो साल के लोन पर 9 फीसद की एमसीएलआर को बरकरार रखा गया है। बीते हफ्ते देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने तीन वर्ष तक की सभी अवधियों पर 20 बेसिस प्वाइंट या 0.20 फीसद तक एमसीएलआर बढ़ा दी है। एसबीआई की एक साल वाली अवधि पर एमसीएलआर को 8.25 फीसद से बढ़ाकर 8.45 फीसद कर दिया गया है।
इसी तरह आइसीआइसीआइ बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी एमसीएलआर बढ़ा दी हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा ने बीते बुधवार को कहा कि वह सभी अवधियों पर पांच बेसिस प्वाइंट तक एमसीएलआर बढ़ा रहा है जो कि 7 सितंबर से लागू होने जा रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि एमसीएलआर वह दर होती है जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है। इससे कम दर पर देश का कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है, सामान्य भाषा में यह आधार दर ही होती है। एमसीएलआर बढ़ने से आम आदमी को सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि उसका मौजूदा लोन महंगा हो जाता है और उसे पहले की तुलना में ज्यादा ईएमआई देनी पड़ जाती है।
बैंकों की ओर से एमसीएलआर में बढ़ोतरी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से बीते महीने की एमपीसी बैठक में रेपो रेट बढ़ाने के बाद देखने को मिली है। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट तक का इजाफा किया है जिससे क्रेडिट की मांग बढ़ गई है। एक बेसिस प्वाइंट (बीपी) एक पर्सेंटेज प्वाइंट का 1/100वां हिस्सा होता है।