इन दो खास वजहों से डिजिटल लोन को पसंद कर रहे हैं लोग, जानिए
बदलते वक्त के साथ सब कुछ डिजिटल हो रहा है। सरकार का दावा है कि वह देश को 2022 तक डिजिटल इंडिया बना देगी।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बदलते वक्त के साथ सब कुछ डिजिटल हो रहा है। सरकार का दावा है कि वह देश को 2022 तक डिजिटल इंडिया बना देगी। देश में बढ़ते मोबाइल यूजर और इंटरनेट की सुलभता ने इसे और आसान कर दिया है। हाल के दिनों में देखा गया है कि ज्यादातर लोग कई कामों में पारंपरिक तरीके को छोड़ डिजिटल की तरफ रुख कर रहे हैं। ऐसे में डिजिटल उधारी भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। डिजिटल लोन को क्यों इतना पसंद किया जा रहा है इस खबर से समझिए...
ऑनलाइन पहुंच: डिजिटलकरण की वजह से उपभोक्ताओं को अपने कंप्यूटर या स्मार्टफ़ोन से ऑनलाइन लोन रजिस्ट्रेशन करने में काफी सहूलियत मिलने लगी है। इसकी मदद से कुछ ही समय में आप लोन आवेदन आसानी से भर सकते हैं। बैंकों में जाकर पारंपरिक तरीके से लोन के लिए कम से कम सात से आठ दिन का समय लग जाता है। मनीटैप जैसे डिजिटल एप्स लोन के लिए 4 मिनट में स्वीकृति दे देते हैं।
न्यूनतम कागजी कार्य: डिजिटल लोन प्लेटफार्म में ग्राहक की ओर से दिए गए डेटा के आधार पर कुछ मिनटों के भीतर उधारकर्ता की क्रेडिट योग्यता का आकलन किया जा सकता है। इसके अलावा, आधार आधारित ई-केवाईसी की शुरूआत ने डिजिटल लैंडिंग प्लेटफार्म के सत्यापन प्रक्रिया को पूरी तरह पेपरलेस बनाकर लोन प्रोसेस को और आसान बना दिया है। इसके अलावा, कलैटरल फ्री लोन के लिए आवेदन करने पर उधारकर्ताओं को अपने आधार, पैन की जानकारी और आय प्रमाण के अलावा अतिरिक्त जानकारी देने की आवश्यकता नहीं होती है।