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Home-Car Loan की ब्‍याज दरों पर क्‍या पड़ेगा असर, RBI कुछ देर में करेगा मौद्रिक नीति समीक्षा का ऐलान

Reserve Bank बुधवार को अपनी मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा पेश करेगा। इसमें वह प्रमुख ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं कर सकता है। क्‍योंकि Coronavirus का नया स्‍ट्रेन Omicron को लेकर आर्थिक मोर्चे पर चिंता बनी हुई है।

By Ashish DeepEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 09:44 AM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 09:44 AM (IST)
Home-Car Loan की ब्‍याज दरों पर क्‍या पड़ेगा असर, RBI कुछ देर में करेगा मौद्रिक नीति समीक्षा का ऐलान
अक्‍टूबर में सेंट्रल बैंक ने 8वीं बार प्रमुख ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। (Pti)

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। Reserve Bank बुधवार को अपनी मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा पेश करेगा। इसमें वह प्रमुख ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं कर सकता है। क्‍योंकि Coronavirus का नया स्‍ट्रेन Omicron को लेकर आर्थिक मोर्चे पर चिंता बनी हुई है। अक्‍टूबर में सेंट्रल बैंक ने 8वीं बार प्रमुख ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था।

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इस बीच, SBI के अर्थशास्त्रियों ने रिजर्व बैंक से रिवर्स रेपो दर में बढ़ोतरी से बचने को कहा है। एसबीआई के अर्थशास्त्रियों का कहना है कि केंद्रीय बैंक को फिलहाल तरलता की स्थिति को सामान्य करने के लिए कदम नहीं उठाने चाहिए और अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए और समय देना चाहिए।

अर्थशास्त्रियों का कहना है कि रिवर्स रेपो दर को यथावत रखने से मौजूदा आर्थिक पुनरुद्धार को और मजबूत करने के लिए अधिक समय मिलेगा। एसबीआई रिसर्च ने एक नोट में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अभी तक अन्य उपायों के माध्यम से अतिरिक्त तरलता को कम करने की कोशिश कर रहा है। नोट में इसके अलावा कहा गया कि रिवर्स रेपो के माध्यम का इस्‍तेमाल केवल मौद्रिक नीति की घोषणा तक ही सीमित नहीं होना चाहिए।

नहीं बदलेंगी ब्‍याज दरें : SBI

SBI समूह की मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने नोट में कहा कि स्थिति में अभी भी सुधार हो रहा है और 8 दिसंबर को अगली नीतिगत घोषणा में रिवर्स रेपो दरों को यथावत रखा जाना चाहिए।

रेपो रेट 4 फीसद पर

बता दें कि अक्‍टूबर में RBI ने रेपो रेट (Repo Rate) को 4 फीसदी पर बरकरार रखा था। जबकि रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) को 3.35 फीसदी पर बनाए रखा था। शक्तिकांत दास ने पिछली बैठक के बाद कहा था कि महामारी के कारण प्रतिबंधों में ढील देने और क्षमता में सुधार के साथ आपूर्ति की स्थिति में सुधार हुआ है। उन्‍होंने CPI Inflation अनुमान को 5.7 फीसद से घटाकर 5.3 फीसद कर दिया था। आरबीआई के गवर्नर ने कहा था कि FY 2022 में CPI Inflation 5.3 फीसद रहने का अनुमान है।


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