व्हाइट लेवल ATM उपयोग करते वक्त ध्यान में रखें ये बातें
पहले व्हाइट लेबल एटीएम में नकद जमा करने की अनुमति नहीं थी लेकिन अब व्हाइट लेबल एटीएम में इस सेवा की अनुमति मिल गई है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस महीने की शुरुआत में भारत में चलने वाले व्हाइट लेबल एटीएम के दिशानिर्देशों की समीक्षा की है। धन की निकासी और अन्य सुविधाओं में सुधार करने के लिए कई बैंकों ने इन एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स को अन्य कदम उठाने की अनुमति दी है। व्हाइट लेबल एटीएम का इस्तेमाल और कार्ड जारी करने वाले बैंक के अलावा किसी भी बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने जैसा ही है।
एटीएम 3 प्रकार के होते हैं- पहला बैंकों के अपने एटीएम, दूसरा ब्राउन लेबल एटीएम और तीसरा व्हाइट लेबल एटीएम। व्हाइट लेबल एटीएम को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) संचालित करती हैं। आरबीआई ने गैर-बैंकिंग संस्थाओं को ऐसे एटीएम चलाने की अनुमति दी है। नॉन-बैंकिंग कंपनी से चलने वाले एटीएम को व्हाइट लेबल एटीएम कहते हैं। देश में 8 व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर कंपनियां हैं।
व्हाइट लेबल एटीएम में निकासी और अन्य पूछताछ के लिए कोई भी अपने कार्ड का इस्तेमाल कर सकता है। पहले व्हाइट लेबल एटीएम में नकद जमा करने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब व्हाइट लेबल एटीएम में इस सेवा की अनुमति मिल गई है। इसमें बिल भुगतान सेवा भी मिलती है।
अगर आप व्हाइट लेबल एटीएम इस्तेमाल करते हैं तो आपको ये चीजें जरूर पता होनी चाहिए।
फीस: व्हाइट लेबल एटीएम का इस्तेमाल कार्ड जारी करने वाले बैंक के अलावा किसी भी बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने जैसा ही है, इसके लिए कुछ शुल्क देने होते हैं। अगर आप फ्री एटीएम लेनदेन सीमा के अंदर हैं तो आपको कोई चार्ज नहीं देना होगा। फ्री लेनदेन सीमा के बाद ही चार्ज लिया जाएगा। मेट्रो शहरों के लिए फ्री सीमा 3 लेनदेन की है, गैर-मेट्रो शहरों में फ्री सीमा 5 लेनदेन प्रति माह की है। कुछ बैंक प्रीमियम अकाउंट वाले ग्राहकों को अधिक संख्या में फ्री लेनदेन की अनुमति देते हैं।
एटीएम इंटरचेंज फीस: अगर आप किसी अन्य बैंक के एटीएम से लेनदेन करते हैं तो कार्ड जारी करने वाला बैंक उस एटीएम के बैंक को एक फीस देता है। व्हाइट लेबल एटीएम के मामले में कार्ड जारी करने वाले बैंक व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटरों को फीस देते हैं। वर्तमान में नकद लेनदेन के लिए एटीएम इंटरचेंज फीस 15 रुपये और गैर-नकद लेनदेन के लिए 5 रुपये है। अब कंपनियां इस इंटरचेंज फीस में बढ़ोतरी की डिमांड कर रही हैं।
यह ध्यान देने वाली बात है कि आरबीआई गाइडलाइन्स के अनुसार, व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर को अपने एटीएम में थर्ड पार्टी विज्ञापन दिखाने की अनुमति है। जबकि बैंकों के एटीएम में इस पर प्रतिबंध है।
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