Home Loan लेने के मामले में छोटे शहरों के लोगों ने टियर-1 और टियर-2 शहरों को पीछे छोड़ा
Home Loan लेने के मामले में टियर-3 और टियर-4 के लोगों ने बड़े शहर के लोगों को पीछे छोढ़ दिया है। एसबीाआई रिसर्च में यह बात सामने आई है। भारत का होम लोन बाजार वर्तमान में 24 लाख करोड़ रुपये का है।
नई दिल्ली, एजेंसी। टियर-3 और टियर-4 जिलों के लोग टियर-1 और टियर-2 जिलों में रहने वाले लोगों की तुलना में अधिक होम लोन (Home Loan) ले रहे हैं। एसबीआइ रिसर्च (SBI Research) द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि बैंक ऋण (Bank Loan) में होम ऋण (Home Loan) की हिस्सेदारी मार्च, 2020 में 13.1 प्रतिशत थी जो जून, 2022 में में बढ़कर 14.4 प्रतिशत हो गई है। पर्सनल लोन और रिटेल लोन (Retail Loan) में भी आवास का हिस्सा लगभग 50 प्रतिशत है। ग्रामीणों जिलों में होम लोन की बढ़ती मांग को स्वामित्व योजना से जोड़कर देखा जा रहा था। इस योजना के माध्यम से ग्रामीणों को अपनी आवासीय संपत्तियों का दस्तावेजीकरण करने का अधिकार प्राप्त हुआ। इसके मार्फत से वे अपनी संपत्ति का उपयोग आर्थिक उद्देश्यों में कर सकते हैं।
बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली (NCR), हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद और पुणे के महानगरीय क्षेत्रों को टियर 1 माना जाता है और राज्य की राजधानियों और विकसित क्षेत्रों को टियर-2 के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है। बाकी जिलों को उनकी शहरी आबादी के आधार पर टियर 3 और टियर-4 के तौर पर वर्गीकृत किया गया है।
यदि किसी ग्रामीण जिले की शहरी जनसंख्या 26-50 प्रतिशत के बीच है तो उसे टियर-3 और शेष को टियर-4 के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है। शोध में कहा गया है कि भारत का होम लोन बाजार वर्तमान में 24 लाख करोड़ रुपये का है और इसके अगले पांच वर्षो में दोगुना होने की उम्मीद है। अध्ययन में रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए रेरा (RERA) अधिनियम को बड़ा कदम बताया गया है।
HDFC ने होम लोन पर बढ़ाया ब्याज
एचडीएफसी लिमिटेड ने सोमवार को खुदरा लोन से जुड़ी ब्याज दरों में 25 आधार अंक बढ़ाने की घोषणा की। यह वृद्धि नए और मौजूदा ग्राहकों पर आज से लागू हो जाएगी। इस वृद्धि से होम लोन महंगे हो जाएंगे। एचडीएफसी ने अगस्त में दूसरी बार और मई के बाद छठी बार ब्याज दरों में वृद्धि की है।