बिना डीमैट अकाउंट कर सकते हैं MF में निवेश,जानें एक्सपर्ट की सलाह
अगर आप चाहें तो बिना डीमैट अकाउंट खोले म्यूचुअल फंड की खरीद कर सकते हैं और यह व्यवहारिक दृष्टि से भी फायदेमंद होता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। म्यूचुअल फंड अब भारत में आकर्षक निवेश विकल्प बन चुका है और यह मौजूदा समय में अपने उच्चतम स्तर पर भी पहुंच गया है। एक्सपर्ट्स लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वो ज्यादा से ज्यादा संख्या में म्यूचुअल फंड में निवेश करें और इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाएं। आमतौर पर म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए एक डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, लेकिन आप इसके बिना भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। हम अपनी इस खबर में आपको इसी के बारे में जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
म्यूचुअल फंड क्यों बेहतर: एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (अम्फी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 8 महीनों में (अप्रैल से नवंबर) तक म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश 3.8 लाख करोड़ तक पहुंच गया था। वहीं अकेले नवंबर 2017 में ही निवेशकों ने करीब 1.26 लाख करोड़ रुपये में म्यूचुअल फंड्स बाजार में निवेश किया है।
बिना डीमैट अकाउंट कैसे खरीद पाएंगे म्यूचुअल फंड: आमतौर पर निवेशक डीमैट अकाउंट खोलने के बाद ही म्यूचुअल फंड में निवेश कर पाते हैं लेकिन अब कंपनियां डीमैट अकाउंट के साथ और बिना डीमैट अकाउंट के भी म्यूचुअल फंड की खरीद करने का विकल्प देती हैं। इन दोनों ही विकल्पों का आप अपनी सुविधानुसार चुन सकते हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट:
फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी ने बताया कि म्यूचुअल फंड की खरीद का विकल्प देने वाली तमाम कंपनियां ये दोनों ही विकल्पों (डीमैट अकाउंट के साथ और बिना डीमैट के) के जरिए म्यूचुअल फंड खरीदने का मौका देती हैं। हालांकि निवेशकों के लिए बिना डीमैट अकाउंट के ही म्यूचुअल फंड की खरीद करना ज्यादा बेहतर रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि डीमैट अकाउंट खुलने के बाद आम तौर पर लोगों को शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने की बुरी आदत लग जाती है। वहीं दूसरी ओर अगर आप बिना डीमैट अकाउंट के म्यूचुअल फंड की खरीद करते हैं तो आपका सौदा सिर्फ इसकी यूनिट्स तक ही सीमित रहता हैै। कुल मिलाकर व्यवहारिक दृष्टि से बिना डीमैट अकाउंट के ही म्यूचुअल फंड खरीदना ज्यादा बेहतर रहता है।
बिना डीमैट अकाउंट के खरीदनी हो म्यूचुअल फंंड यूनिट तो लें शेयर खान की मदद:
अब शेयरखान ने एक इंस्टा एमएफ पोर्टल लॉन्च किया है, जो कि ऑनलाइन होने के साथ साथ पेपरलैस भी है और यह डीमैट अकाउंट खोले जाने की अनिवार्यता को भी खत्म करता है। इंस्टा एमएफ प्लेटफॉर्म निवेशकों को तीन स्टेप में अकाउंट ओपन करने की सुविधा देता है। पहले स्टेप में निवेशकों को खुद ही पता चल जाएगा कि वो केवाईसी कंप्लाइंट हैं या नहीं। वहीं अगर किसी सूरत में आपका केवाईसी कंप्लाइंट नहीं है तो शेयरखान खुद अगले 24 घंटों के भीतर केवाईसी प्रक्रिया के लिए आपसे संपर्क करेगा।
इतना ही नहीं इंस्टा एमएफ अकाउंट ओपन करने के साथ ही आपको फ्लेक्सी इन्वेस्टमेंट का विकल्प भी मिलेगा, जो कि शेयरखान की ओर से उपलब्ध करवाया जाएगा। फ्लेक्सी निवेश में आप किसी भी समय पर अपनी निवेश राशि, तारीख और एसआईपी की फ्रिक्वैंसी में बदलाव कर सकते हैं।
तीन स्टैप में खोलिए इंस्टाएमएफ अकाउंट:
अपनी जरूरी डिटेल को भरिए: अकाउंट खोलने के लिए आपको कुछ जरूरी डिटेल भरनी होंगी, जैसे कि पैन की जानकारी, आधार नंबर की जानकारी और अन्य जानकारियां। यह अकाउंट ओपन करने का पहला स्टेप है।
वैरिफाई इन्फॉर्मेशन: एक बार सारी जानकारी भर देने के बाद आप ओटीपी आधारित वैरिफिकेशन प्रक्रिया के जरिए अपनी जानकारी को दोबारा चैक करें। एक बार वैरिफाइड हो जाने के बाद आप इंस्टा एमएफ लॉग-इन आईडी बना सकते हैं साथ ही इसमें आप आसानी से याद रहने वाला पासवर्ड भी सैट कर सकते हैं।
अपने बैंक की डिटेल और अन्य जानकारियां दें: ये आखिरी स्टेप होता है। आपको इसमें अपनी चैक बुक में से एक चैक की स्कैन्ड कॉपी अपलोड करनी होगी। साथ ही अन्य डिटेल भी भरनी होगी। एक बार अकाउंट ओपन हो जाने के बाद आप म्यूचुअल फंड की आसानी से खरीद कर सकते हैं।