Home Loan: बढ़ती ब्याज दर बनी मुसीबत, रिटायरमेंट से अधिक हो रही लोन की अवधि; इस तरह मिल सकती है राहत
Home Loan पिछले करीब एक साल में देश में होम लोन की औसत ब्याज दर 6.50 प्रतिशत से बढ़कर 9.00 प्रतिशत हो गई है। इस कारण लोगों पर ईएमआई के बोझ में काफी इजाफा हुआ है। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पिछले एक साल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में तेजी से इजाफा किया गया है। इस कारण कई दशकों के निचले स्तर पर चल रही होम लोन की ब्याज दरों में भी तेजी से उछाल आया है। इस कारण कई घर खरीदरों को मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। कई तो ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें लोन के पूरी होने की अवधि उनके रिटायरमेंट से भी अधिक हो गई है।
कितनी बढ़ गई होम लोन पर ब्याज
आज से एक साल पहले की बात करें तो देश के निजी और सरकारी बैंकों में होम लोन पर ब्याज की औसत दर 6.5 प्रतिशत के आस-पास थी, जो कि आज बढ़कर करीब 9.00 प्रतिशत के आसपास आ गई है। इससे लोन पर घर लेने वाले उन खरीदारों को झटका लगा है, जिन्होंने फ्लोटिंग रेट्स पर होम लोन ले रखा है।
बता दें, जब भी कोई व्यक्ति फ्लोटिंग रेट्स पर होम लोन लेता है। तो ब्याज दर बढ़ने के साथ उसके लोन की अवधि या ईएमआई बढ़ जाती है।
कैसे करें आप लोन का बोझ कम?
अगर आप भी बढ़ती हुई ब्याज दरों से परेशान हैं। आप नीचे दिए गए कुछ तरीकों से अपने लोन के बोझ को कम कर सकते हैं।
- आप अपना लोन किसी ऐसे बैंक में ट्रांसफर करा सकते हैं, जहां आपको कम ब्याज पर लोन मिल रहा हो।
- लोन की मूल राशि के कुछ हिस्से का भुगतान कर दें। इससे आपका लोन का बोझ कम हो जाएगा।
- आप अपने बैंक में सीधे जाकर होम लोन की ब्याज दर कम करने को लेकर बातचीत कर सकते हैं।
रेपो रेट में 2.50 प्रतिशत का इजाफा
आरबीआई द्वारा मई 2022 के बाद से लगातार रेपो रेट में इजाफा किया जा रहा है। इस कारण रेपो रेट जो कि मई 2022 में 4.00 प्रतिशत था। वह बढ़कर 6.50 प्रतिशत पर पहुंच गया। इस तरह पिछले एक साल में रेपो रेट में 2.50 प्रतिशत का इजाफा हुआ।