एजुकेशन लोन में नहीं होगा डिफ़ॉल्ट, अगर करेंगे ये काम
हाल के समय में देखा गया है कि शिक्षा की लागत लगातार बढ़ रही है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। हाल के समय में देखा गया है कि शिक्षा की लागत लगातार बढ़ रही है। अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए लोगों को आज कल एजुकेशन लोन लेना पड़ रहा है। हालांकि, कई बार लोन का समय पर पेमेंट करना आसान नहीं होता है। अगर आप लोन पेमेंट में चूक कर जाते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है। इससे भविष्य कर्ज मिलने की संभावना कम हो जाती है।
अगर आप भी लोन लेकर कठिनाई महसूस कर रहे हैं तो ये तरीके अपनाएं:
कर्ज का पुनर्निर्धारण: एजुकेशन लोन का पुनर्निर्धारण का अर्थ है लोन के समय का विस्तार करना। यदि बैंक आपके अनुरोध को मंजूरी देता है, तो आपको लोन का भुगतान करने के लिए ज्यादा समय मिलता है। कुछ बैंक और एनबीएफसी लोन के भुगतान और पुनर्निर्धारण में देरी के लिए जुर्माना या अतिरिक्त शुल्क भी लेते हैं।
कर्जदाता बदल सकते हैं: आप चाहें तो नए कर्जदाता का चुनाव कर सकते हैं या पुराने कर्ज को नए कर्जदाता के पास ट्रांसफर करा सकते हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर आपको लगता है कि आपका लोन सेफ नहीं है तो आप इसे वैसे कर्जदाता के पास ट्रांसफर करा सकते हैं जिसके पास आपका लोन सेफ हो। आपका बैलेंस नए कर्जदाता के पास ट्रांसफर करने से पहले नया कर्जदाता आपके भुगतान का पुराना रिकॉर्ड देखना चाहेगा।
पुनर्भुगतान योजना को आगे बढ़ाना: जब आप एजुकेशन लोन लेते हैं, तो पुनर्भुगतान की अवधि बड़ी ईएमआई के साथ शुरू होती है जो कि धीरे-धीरे पुनर्भुगतान अवधि से कम हो जाती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि जिन्हें हाल ही में नौकरी मिली है या वित्तीय संकट में हैं, उन्हें ये काम करना चाहिए।
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