सोच समझकर करेंगे क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल तो आपको होगा फायदा
कंपनियों की ओर से दिए जाने वाले आकर्षक ऑफर्स के कारण अक्सर लोग काफी सारे क्रेडिट कार्ड ले लेते हैं और उनका इस्तेमाल शुरू कर देते हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बदलते वक़्त के साथ क्रेडिट कार्ड से पेमेंट को लोगों ने अपनाया है। इसका फायदा बस इतना भर नहीं है कि आपने अभी कुछ खरीदा और बाद में उसका पेमेंट कर दिया बल्कि इससे छूट और ऑफर का फायदा भी मिलता है। हालांकि, अलग-अलग कंपनियों के ऑफर अलग-अलग होते हैं। इन सब के बावजूद एक सवाल लोगों के मन में हमेशा रहता है कि आखिर एक व्यक्ति के पास कितने क्रेडिट कार्ड होने चाहिए। क्या अगर एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड हो तो इसमें नुकसान है या फायदा। इसमें फाइनेंशियल प्लानर की दो राय है, कुछ कहते हैं कि एक क्रेडिट कार्ड काफी है, जबकि कुछ का कहना है कि दो या तीन क्रेडिट कार्ड हो तब भी कोई समस्या वाली बात नहीं है। इस खबर में जानिए एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान के बारे में...
फायदा: क्रेडिट कार्ड से कुछ खरीदने पर ब्याज मुक्त अवधि मिलती है। अगर आपकी बिलिंग साइकिल महीने के आखिरी दिन समाप्त होती है, तो भुगतान लगभग तीन सप्ताह में करना होगा। इस बीच अगर आपके पास बिलिंग की डेट आ जाती है तो आपको पूरे 50 दिन मिलेंगे ताकि आप खरीदारी कर नए भुगतान कर सकें।
सावधानी: क्रेडिट कार्ड के बिलों को अगले महीने बढ़ा देने या रोलओवर करने पर इंटरेस्ट फ्री क्रेडिट का लाभ उपलब्ध नहीं होता है। इसलिए जो राशि बकाया है उनपर ज्यादा ब्याज देने से बचने के लिए निर्धारित तिथि तक बिलों का भुगतान कर दें। यदि आपके पास कोई अन्य कार्ड है तो आप नई खरीद पर ज्यादा ब्याज से बच सकते हैं। जिस कार्ड पर भुगतान की रकम बकाया है, उसे इस्तेमाल करना बंद दें। बजाय उसके दूसरा कार्ड इस्तेमाल करें।
रिवॉर्ड पॉइंट: अलग-अलग कंपनी के क्रेडिट कार्ड होंगे तो आपको कई ऑफर का लाभ मिल सकता है। जैसे कुछ कार्ड किराने की खरीदारी के लिए अच्छे हो सकते हैं, तो कर्इ ऑनलाइन साइट्स शॉपिंग में बेहतर ऑफर देती हैं। कई कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट भी देते हैं।
फॉरवर्ड: क्रेडिट कार्ड न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने और बाकी की राशि को आगे बढ़ाने की सुविधा देता है। हालांकि, ऐसी सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि आपको देय राशि पर लगभग 2% से 3% और उस महीने में किसी और खरीद पर ब्याज का भुगतान करना पड़ता है। कभी-कभी कार्डधारक के पास पर्याप्त नकदी नहीं होती है, इसलिए वे न्यूनतम राशि का भुगतान करते हैं।
नुकसान: कंपनियों की ओर से दिए जाने वाले आकर्षक ऑफर्स के कारण अक्सर लोग काफी सारे क्रेडिट कार्ड ले लेते हैं और उनका इस्तेमाल शुरू कर देते हैं। ऐसे में लोग इन कार्ड का इस्तेमाल तो आसानी से कर लेते हैं लेकिन बिल के भुगतान में लेट-लतीफी करते हैं जिससे उनका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है। हालांकि अगर आप दो या तीन बैंकों से क्रेडिट कार्ड लेकर यूज कर रहे हैं और उसका पेमेंट एकमुश्त या किश्तों में समय-समय पर कर रहे हैं तो यह भविष्य में आपके बैंक लोन के लिए बेहतर होगा।
सिबिल स्कोर: सिबिल स्कोर से पता चलता है कि आपने पहले कितना लोन ले रखा है और उसका भुगतान समय पर किया है या नहीं। बैंक कोई भी कर्ज देने से पहले आपका सिबिल स्कोर चेक करते हैं। आपको क्रेडिट कार्ड देने के पहले भी सिबिल स्कोर चेक किया जाता है। अगर आपने नियमित कर्ज चुकाया है तो आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है। जितना अच्छा सिबिल स्कोर होता है, उतनी ही आसानी से कर्ज मिलता है। सिबिल स्कोर को 24 महीने की क्रेडिट हिस्ट्री के हिसाब से तैयार किया जाता है।