FD में करने जा रहे हैं निवेश, तो इन 5 खतरों की जानकारी रखना आपके लिए जरूरी
अगर आपकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है तो आपको एफडी पर मिलने वाला ब्याज कर से मुक्त रहेगा, लेकिन अगर 60 से कम उम्र है तो आपको ब्याज पर कर देना होगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आमतौर पर लोग अपनी जमा-पूंजी का कुछ हिस्सा बैंक की फिक्स डिपॉजिट स्कीम में रखते हैं। सैलरी वाले लोग हों या कारोबारी, ज्यादातर लोग अपनी बचत का एक हिस्सा एफडी में निवेश करना चाहते हैं। दरअसल एफडी को लोग ज्यादा सुरक्षित और बेहतर मानते हैं। हालांकि एफडी में निवेश के कुछ खतरे भी हैं। हम इस खबर में आपको पांच ऐसे ही खतरों के बारे में बता रहे हैं।
लिक्विडिटी रिस्क: एफडी में फंड की उपलब्धता आसान रहती है। इसमें आप जब चाहें तब पैसा निकाल सकते हैं, लेकिन सभी एफडी में ऐसा नहीं है। कुछ एफडी ऐसी होती हैं जिनमें एक तय समय (पांच वर्ष) तक पैसा जमा करना होता है, तो ऐसा नहीं है कि आप जब चाहें तब पैसा निकाल लें। ऐसा करने पर आपको पेनाल्टी भरनी होगी। इसके अलावा आपने किसी बैंक में एफडी कराया है तो ऑनलाइन पैसा निकालने की अनुमति नहीं है। इसके लिए आपको बैंक के ब्रांच में जाना होगा और सारे पेपर वर्क पूरा करने के कुछ दिन बाद आपको पैसा मिलेगा।
रिटर्न का जोखिम: एफडी में रिटर्न-संबंधी कई जोखिम हैं। आमतौर पर एफडी से आपको 6-8 फीसद के बीच रिटर्न मिलता है। यह किसी भी हालत में म्युचुअल फंड एसआईपी के रिटर्न से बेहद कम है। इसलिए यहां ज्यादा रिटर्न भी नहीं है।
टैक्स रिस्क: अगर आपकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है तो आपको एफडी पर मिलने वाला ब्याज कर से मुक्त रहेगा, लेकिन अगर 60 से कम उम्र है तो आपको ब्याज पर कर देना होगा। हालांकि धारा 80 टीटीबी के तहत ब्याज से 50,000 तक की कमाई किसी भी उम्र वालों के लिए कर से छूट के तहत आती है।
महंगाई का खतरा: एफडी से मिलने वाला कम रिटर्न भी महंगाई बढ़ने पर कारगर नहीं हो सकता है। मान लीजिए यदि आपको एफडी से 6 फीसद रिटर्न मिलता है, जबकि मुद्रास्फीति दर 7 फीसद तक बढ़ गई है, तो आपकी पूंजी वास्तव में घट गई है। हाल के तिमाहियों में मुद्रास्फीति की दर लगभग 5 फीसद रही है। अगर कोई व्यक्ति 30 फीसद स्लैब के तहत आता है और वह एफडी में 7 फीसद के हिसाब से निवेश करता है तो वास्तव में उसे 4.9 की दर से कमाई होती है। ऐसे में उसकी कमाई मुद्रास्फीति से भी कम रही है।
एकाग्रता का जोखिम: कुछ लोग अपना पैसा बचाने के लिए केवल एफडी में निवेश करते हैं। यह भी एक जोखिम है। अगर आप अपनी संपत्ति को एक ही तरह के निवेश के रूप में केंद्रित करते हैं तो इसका मतलब आपके पोर्टफोलियो में विविधता नहीं है।