देश के इन पांच बैंकों ने महंगा किया लोन, SBI समेत ये बड़े बैंक शामिल
एमसीएलआर वह दर होती है जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से बुधवार को एमपीसी बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को 6 फीसद से बढ़कार 6.25 फीसद तक कर दिया है। वहीं, रिवर्स रेपो को 5.75 फीसद से बढ़ाकर 6 फीसद कर दिया है। वित्त वर्ष 2019 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 7.4 फीसद पर बरकरार रखा गया है। इसी तरह अप्रैल-सितंबर अवधि के दौरान जीडीपी के 7.5 से 7.7 फीसद के बीच रहने का अनुमान लगाया गया है।
किन पांच बैंकों ने बढ़ाई है एमसीएलआर
आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में इजाफे के बाद से ग्राहकों के लिए होम लोन और ऑटो लोन लेना महंगा हो गया है। ऐसे में देश के पांच बैंकों की ओर से एमसीएलआर में बढ़ोतरी की जा चुकी है। इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी, कोटक बैंक और आइसीआइसीआइ बैंक शामिल हैं।
भारतीय स्टेट बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ बेस्ड लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) में 10 प्वाइंट्स का इजाफा किया है। यह नई दरें एक जून से प्रभावी हो चुकी हैं। तीन महीनों का एमसीएलआर 7.95 फीसद हो गया है। वहीं छह महीनों का एमसीएलआर 8.1 फीसद हो गया है। इसी तरह अन्य अवधि के लिए भी इसमें इजाफा कर दिया गया है। पंजाब नेशनल बैंक ने भी एमसीएलआर दर में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया है। छह महीने के एमसीएलआर 8.25 फीसद से बढ़ाकर 8.30 फीसद कर दिया गया है।
पीएनबी ने एक साल के रेट को भी 8.30 फीसद से बढ़ाकर 8.40 फीसद कर दिया है। अब तीन साल के लिए 8.55 फीसद और पांच साल के लिए 8.70 फीसद एमसीएलआर तय किया है। इसी तरह एचडीएफसी, कोटक बैंक और आइसीआइसीआइ बैंक ने एमसीएलआर रेट में बढ़ोतरी की है।
क्या होती है एमसीएलआर-
एमसीएलआर वह दर होती है जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है। इससे कम दर पर कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है, सामान्य भाषा में यह आधार दर ही होती है।