कोरोना महामारी ने हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बनाया है। लेकिन, वायरस का सबसे तेज और खतरनाक हमला बुजुर्गों पर होता है। इसके पीछे की वजह चिकित्सक कमजोर इम्यून सिस्टम और उम्र की ढलान को मानते हैं। इस सबके विपरीत मजबूत इच्छाशक्ति रखने वाले बुजुर्गों ने युवाओं से भी जल्दी कोरोना को हराया है और रिकवर हुए हैं।
90 से 110 साल के बुजुर्गों ने रचा कीर्तिमान
भारत में 90 से लेकर 110 साल तक की उम्र के करीब दर्जन भर कोरोना पॉजिटिव बुजुर्गों ने इस बीमारी से ठीक होकर कीर्तिमान स्थापित किया है। हाल ही में केरल के अलुवा इलाके में रहने वाले 103 साल की उम्र पार कर चुके परीद ने 20 दिन के अंदर कोरोना को शिकस्त देकर जता दिया है कि बुजुर्ग हिम्मत करें तो वह हर बीमारी से लड़ सकते हैं।
103 साल के परीद 20 दिन में रिकवर हुए
MyGovIndia के अनुसार 28 जुलाई को परीद की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई और इसके बाद उन्हें कलामसेरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। यहां 20 दिन इलाज चलने के बाद वह पूरी तरह कोरोना से रिकवर हो गए। 103 साल की उम्र में कोरोना को हराकर उन्होंने चिकित्सकों को चकित कर दिया।
110 साल की हमीदाबी ने कोरोना को दी शिकस्त
तमिलनाडु के तिरुपाथुर जिले के पेरआवारक्कम इलाके में रहने वाली 110 साल की हमीदाबी 1 जुलाई को बुखार आने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। उन्हें अंबुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 12 दिन इलाज के बाद बुजुर्ग हमीदाबी ने कोरोना को मात दे दी। 110 साल की उम्र में कोरोना से रिकवर होने वाली वह सबसे उम्रदराज महिला बन गईं।
106 साल के मुख्तार 17 दिन बाद ठीक हुए
दिल्ली के नवाबगंज इलाके में रहने वाले 106 साल के बुजुर्ग मुख्तार अहमद कोरोना को मात दे चुके हैं। मुख्तार अपने बेटे अहमद से 14 अप्रैल को संक्रमित हो गए थे। दिल्ली के राजीव गांधी सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में 17 दिन तक उनका इलाज किया गया और वह 1 मई को पूरी तरह ठीक होकर घर लौट गए। हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर एसबी शेरवाल ने 106 साल के बुजुर्ग के ठीक होने को प्रोत्साहित करने वाला रिजल्ट बताया था।
103 साल के सूखा सिंह ने वायरस को धूल चटाई
महाराष्ट्र के सिद्देश्वर तलाव इलाके में रहने वाले 103 साल के बुजुर्ग सूखा सिंह छाबड़िया को कोरोना संक्रमण के बाद मई माह में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छाबड़िया का करीब एक महीने तक इलाज किया गया। उनके पूरी तरह रिकवर होने के बाद 29 जून को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। सूखा सिंह छाबड़िया के 88 वर्षीय छोटे भाई का भी कोरोना से रिकवर हुए।
इन बुजुर्गों ने भी जीती कोरोना से जंग
आंध प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में 91 साल के बुजुर्ग को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर 12 जुलाई को एडमिट किया गया था। 8 दिन तक लगातार उपचार के बाद बुजुर्ग को पूरी तरह रिकवर कर लिया गया है। उसे 20 जुलाई को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसी तरह मध्यप्रदेश के इंदौर में एक 95 साल की महिला और 91 साल के पुरुष को कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों के पूरी तरह ठीक होने के बाद जुलाई में डिस्चार्ज किया गया था।..NEXT
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